नयी दिल्ली : कस्टम अधिकारियों ने अंतर्राष्टरीय हवाईअड्डे पर दो चीनी नागरिकों के पास से संकटग्रस्त वनस्पति प्रजाति के तहत आने वाली रैड सैंडर्स (लाल चंदन की लकड़ी)की भारी मात्रा बरामद की है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये दोनों इस लकड़ी की तस्करी करके इसे कथित रुप से चीन ले जाने की कोशिश कर रहे थे. इन्हें कल रात हवाईअड्डे पर रोक दिया गया. खोज के दौरान अधिकारियों को इनके सामान में से 96 किलोग्राम वजन वाले चंदन की लकड़ी के छोटे लट्ठे मिले. उन्होंने कहा कि दोनों चीनी नागरिकों से कस्टम अधिकारियों ने पूछताछ की. पूछताछ के दौरान उन्होंने यह स्वीकार किया कि वे लोग इसे सजावट के उद्देश्य से ले जा रहे थे.
सूत्रों ने कहा कि बरामद लकड़ियां चिकित्सीय रुप से महत्वपूर्ण हैं और इनकी कुल कीमत लगभग पांच लाख रुपए है. उन्होंने कहा कि लगभग 25 हजार रुपए का जुर्माना भरने के बाद चीनी नागरिकों को देश छोड़ने की इजाजत दे दी गई. लकड़ी को जब्त कर लिया गया है.
पिछले सप्ताह अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 29 चीनी नागरिकों के पास से 700 किलोग्राम से ज्यादा चंदन की लकड़ी बरामद की गई थी. अधिकारियों ने उन्हें छोड़ने से पहले एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया था. बरामद की गई 725 किलोग्राम लकड़ी की कीमत लगभग 36.50 लाख रुपए आंकी गई.रैड सैंडर्स वुड को लाल चंदन की लकड़ी के नाम से भी पहचाना जाता है. इसके चिकित्सीय गुणों के कारण चीन में इसकी भारी मांग है. निषिद्ध माल की तस्करी से जुड़े मामलों की पहचान करने वाली शीर्ष एजेंसी राजस्व खुफिया निदेशालय ने सोमवार को नवी मुंबई में जवाहर लाल नेहरु पोर्ट ट्रस्ट पर 133 मीट्रिक टन चंदन की लकड़ी बरामद की.
पिछले माह चेन्नई हवाईअड्डे पर एक लाख रुपए की कीमत की 20 किलोग्राम चंदन की लकड़ी के साथ एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया था. यह नागरिक मलेशियाई हवाईसेवा के जरिए कुआलालंपुर जाने वाला था.निदेशालय ने वर्ष 2011-12 में चंदन की लकड़ी की तस्करी के 34 मामले दर्ज किए और 611 मीट्रिक टन लकड़ी बरामद की. रैड सैंडर्स की लकड़ी को लाल सोना भी कहा जाता है. यह लकड़ी मुख्यत: देश के दक्षिणी क्षेत्रों (खासकर आंध्रप्रदेश) में पाई जाती है.