मुजफ्फरपुर: बोचहां थाना क्षेत्र से अपहृत फाइनेंस कर्मी सहित दो अपहरण कांड की गुत्थी पुलिस ने 10 घंटे के अंदर सुलझा ली है. गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने पीछा कर शिवहर जिले के तरियानी से पकड़ा है. पकड़े गये अपराधियों में एक युवती भी शामिल है. तीनों अपराधियों के पास से तीन देशी पिस्तौल व लूटी गयी स्कॉर्पियो गाड़ी बरामद की गयी है. देर शाम तक पूछताछ में तीनों ने कई चौंकाने वाले तथ्य का खुलासा किया है, जिसके आधार पर पुलिस की छापेमारी जारी थी. जानकारी के अनुसार, बोचहां थाना क्षेत्र के एतवारपुर चौक से मंगलवार की दोपहर सफेद रंग की स्कॉर्पियो सवार छह अपराधियों ने कुढनी के खरौना पंचायत स्थित कटसारा गांव निवासी संतोष ठाकुर अपहृत कर लिया था.
वही उसकी बाइक को मुरादपुर चौक पर छोड़ दिया. बाइक छोड़ने के बाद अपराधियों ने हथौड़ी थाना क्षेत्र के अम्मा निवासी नीरज कुमार को अपहृत कर लिया था. अपहरण करने के बाद स्कॉर्पियो सवार अपराधी दोनों अपहृत को दिन भर गाड़ी पर घूमाते रहे. नीरज के परिजनों को उसके मोबाइल से ही फोन कर अपराधियों 50 हजार रुपये फिरौती की मांग की. उसके परिजन को मोतीपुर के नरियार के पास पैसे लेकर आने को कहा. नीरज के परिजन के पैसा देने पर उसे छोड़ दिया गया.
वही संतोष के परिजन को मोतीपुर फ्लाइ ओवर के पास पैसे लेकर आने को कहा गया. संतोष के बहनोई के छोटे आमोद पुलिस को सूचित करते हुए चौकीदार भोला राम के साथ मौके पर पहुंच गया. वही पुलिस टीम पीछे-पीछे चल रही थी. पैसे लेने के क्रम में एक अपराधी गाड़ी से नीचे उतरा. उसने चौकीदार को फोन करते देख मना किया. दोनों के बीच बकझक होने पर चौकीदार को अपराधियों ने गोली मार दी. बीच सड़क पर ही मामला बढ़ता देख अपराधी अपने साथी को छोड़ कर संतोष के रिश्तेदार आमोद को भी अपहृत कर फरार हो गये. इसी बीच एसएसपी को पूरे मामले की जानकारी दी गयी. देर रात ही ब्रह्नापुरा थानाध्यक्ष सुनील कुमार, अहियापुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा, बोचहां थानाध्यक्ष अनिरुद्ध प्रसाद, पानापुर ओपी प्रभारी अमित कुमार, मोतीपुर थानाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद सिंह की टीम बनायी गयी.
इसी बीच एसएसपी ने खुद पूर्वी चंपारण व शिवहर जिले के एसपी से बात कर नाकाबंदी करने को कहा. वही मीनापुर थानाध्यक्ष मदन कुमार सिंह व सिवाई पट्टी थानाध्यक्ष अभिषेक रंजन को भी सतर्क किया गया. अपराधियों के भागे जाने की दिशा में विशेष पुलिस टीम अलग-अलग दल बना कर खोजबीन शुरू कर दी. दबिश से अपराधियों ने संतोष व आमोद को मीनापुर थाना के महदेईया के पास छोड़ कर पहाड़पुर तुर्की के रास्ते भागने का प्रयास किया. इसी बीच शिवहर पुलिस को अपराधियों के भागे जाने की सूचना दी गयी. तरियानी थाना अपराधियों को घेरते हुए पीछा करना शुरू किया. अपराधी मुंशी चौक राजाडीह पथ पर स्र्कापियो छोड़ कर पैदल भागने लगे. ग्रामीणों के सहयोग से तीन अपराधियों को दबोच लिया गया. उनकी पहचान सकराके केशोपुर निवासी कैलाश कुशवाहा, पटना स्थित न्यू गर्वमेंट पोलिटेकनिक की छात्र पूजा व पूर्वी चंपारण जिले के मेहसी थाना क्षेत्र के कटहां निवासी राजेश कुमार यादव के रूप में हुई है.
पूजा भी कैलाश की गांव की रहने वाली है. तीनों ने पुलिस को बताया कि अहियापुर थाना क्षेत्र के विजयी छपरा निवासी रोहित सहनी व अन्य अपराधी फरार हो गये. पूजा पटना के शैलेश गिरोह के साथ मिल कर इस गिरोह के लिए काम करती है. वह गाड़ी पर आगे बैठ कर लोगों को चकमा देती थी.