देवघर: श्रावणी मेला 2013 की सुरक्षा चाक-चौबंद होगी. हालिया दिनों में बिहार में हुए बड़े नक्सली हमले व बोधगया मंदिर के आतंकी हमले को ध्यान में रख कर पुलिस ने बेहतर सुरक्षा इंतजाम किया है. मेला क्षेत्र पर पूरा सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जायेगी. वहीं आठ कंपनी इको (जिसमें एक महिला बटालियन) , दो कंपनी झारखंड जगुआर, चार बटालियन रैफ, बीडीएस दस्ता (बम डिस्पोजल स्क्वॉयड), एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रिसर्च फोर्स), श्वान दस्ता, 1000 गृहरक्षक, 6,000 जिला बल के जवान व करीब एक हजार पुलिस अधिकारी मंगाये गये हैं. पुलिस अधिकारियों में 63 डीएसपी (जिसमें 53 प्रशिक्षु डीएसपी), 250 प्रशिक्षु एसआइ और 500 एसआइ व एएसआइ शामिल हैं.
मंदिर से लेकर मेला क्षेत्र की सुरक्षा में इनलोगों को लगाया जायेगा. बाहर से रैप, बीडीएस दस्ता व श्वान दस्ता मंदिर की सुरक्षा में लगाये जायेंगे. इसके अलावे शिवगंगा व आसपास के इलाके सहित मेला के अन्य इलाके में भी रैप का मूवमेंट होगा. एनडीआरफ को शिवगंगा सहित अन्य इलाके में क्राउड रोकने की संभावना व आकस्मिक ड्यूटी पर लगाया जायेगा. बताया जाता है कि रैप जवानों को आरएल सर्राफ हाइस्कूल में ठहराया गया है. वहां मोरचाबंदी आदि सुरक्षा के लिहाज से कराया गया है.
19 से 21 तक होगा ड्यूटी का मोक ड्रिल
श्रावणीमेला की सुरक्षा में पहुंचे अधिकारियों व पुलिस कर्मियों को ड्यूटी के पूर्व ब्रीफ किया जायेगा. कैसे सेवा भाव से श्रद्धालुओं के साथ व्यवहार रखना है. समझा कर विधि–व्यवस्था को बनाये रखना है, इसका पाठ पढ़ाया जायेगा. वहीं मेला आरंभ होने से पूर्व 19 से 21 जुलाई तक ड्यूटी का मोक ड्रिल भी होगा.