जयनगर की चुनावी सभा में ममता ने लगाया आरोप
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य चुनाव आयोग पर अपनी सनक व मरजी के अनुसार फैसला लेने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग के इस कथित रवैये का बदला लेने की कसम भी खायी है, पर यह बदला लोकतांत्रिक तरीके से लिया जायेगा.
पंचायत चुनाव प्रचार अभियान के दूसरे चरण के अंतर्गत दक्षिण 24 परगना के जयनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सारा खेल रमजान के महीने में खेला जा रहा है. पहले यह साजिश दुर्गा पूजा को ध्यान में रख कर रची गयी थी. पर क्या हम लोग उसे बर्दाश्त करते. रमजान उनके लिए उतनी ही महत्वपूर्ण है. इस महीने में वे रोजा रखते हैं. ऐसे में वे वोट कैसे देंगे.
शुक्रवार 19 जुलाई को चुनाव कराने संबंधी फैसले पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि रमजान के महीने में शुक्रवार के दिन कैसे मतदान का दिन निर्धारित किया गया. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग हमारी एक बात भी नहीं सुन रहा है. आयोग जबरदस्ती सब कुछ कर रहा है.
चुनाव आयोग पर बरसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका वह लोकतांत्रिक तरीके से बदला लेंगी. उन्होंने कहा कि आयोग को यह पता ही नहीं है कि उसके इस रवैये के कारण कई परीक्षाओं को रद्द करना पड़ा. आयोग किसी भी मुद्दे पर चर्चा करना नहीं चाहता है. चुनाव आयोग अवसरवादी है. आयोग के सदस्य सोचते हैं कि रमजान के महीने में मुसलमान वोट नहीं डालेंगे.
बहिष्कार के फैसले को सही बताया
चुनाव आयोग की सर्वदलीय बैठक का बहिष्कार करने के तृणमूल के फैसले को सही ठहराते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि हम लोग क्यों इस बैठक में शामिल होंगे. आयोग ने वोटों की गिनती की तारीख 29 जुलाई निर्धारित की है, पर हमें 31 जुलाई को बजट पास करवाना है. हम लोग इसे कैसे कर पायेंगे.