लातेहार/रांची: लातेहार के कुमंडीह में बुधवार सुबह आठ बजे से पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई. मुठभेड़ देर रात तक जारी थी. रात करीब आठ बजे जबरदस्त गोलीबारी शुरू हुई. इसकी आवाज कुमंडीह से 13 किमी दूर लातेहार शहर तक सुनायी दे रही थी. गोलीबारी में पुलिस या नक्सली को कोई नुकसान हुआ है या नहीं इसका पता नहीं चल सका है. पुलिस और सीआरपीएफ के जवान कुमंडीह के राजगढ़ पहाड़ पर लगभग चढ़ गये हैं. जवानों ने यहां से नक्सलियों का एक कैंप ध्वस्त किया है.
सीआरपीएफ के आइजी एमवी राव ने बताया : कैंप से पुलिस को छह लैंड माइन, तीन हैंड ग्रेनेड और तीन सुतली बम मिला है. सभी को पहाड़ी पर ही नष्ट कर दिया गया है. कैंप से खाने-पीने के सामान भी मिले हैं. उन्होंने बताया : कैंप काफी छोटा था. पहाड़ी पर आगे नक्सलियों के और भी कैंप हैं.
जारी है ऑपरेशन जाल
पुलिस ने इस इलाके में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन जाल शुरू किया है. इस ऑपरेशन के तहत पुलिस ने नक्सलियों को घेर लिया है. लातेहार में पत्रकारों से बात करते हुए डीजीपी राजीव कुमार ने कहा : राजगढ़ पहाड़ क्षेत्र में चलाया जा रहा ऑपरेशन-जाल (चार) अभी जारी रहेगा. पहाड़ पर 250 से 300 माओवादी मौजूद हैं. आर-पार की लड़ाई चल रही है. माओवादी पूरी तरह घिर गये हैं. माओवादी सरेंडर करें, नहीं तो मारे जायेंगे.
ऑपरेशन में लगे हैं 1500 जवान
उन्होंने कहा : ऑपरेशन-जाल (चार) में करीब 1500 जवानों को लगाया गया है. माओवादियों के पास सरेंडर करने का ही रास्ता बचा है. उन्होंने नये लड़के, जो नक्सली दस्ते में शामिल हुए हैं, उनसे संगठन छोड़ने की अपील की है. उन्होंने कहा : पाकुड़ की घटना के बाद पुख्ता रणनीति बनायी गयी है, पर इसका खुलासा नहीं किया जा सकता.
अभियान की समीक्षा की
इससे पहले डीजीपी ने ऑपरेशन जाल की समीक्षा की. अधिकारियों को कई निर्देश भी दिये. इस दौरान सीआरपीएफ के आइजी एमवी राव, एसटीएफ के डीआइजी प्रवीण सिंह, एसटीएफ के एसपी बी चंद्रमोहन, लातेहार एसपी डॉ माइकल एस राज, सीआरपीएफ के 211 वीं बटालियन के कमांडेट शंकर दत्त पांडेय व 214 वीं के कमांडेंट पी मनोज कुमार भी मौजूद थे.