शेखपुरा : बरबीघा के तायेगढ़ निवासी मुकेश सिंह उर्फ छोटी को दिल्ली के एम्स में ऑपरेशन का बेसब्री से इंतजार है. पुलिस प्रताड़ना से बुरी तरह घायल हो जाने के बाद छोटी को इलाज के लिए एम्स भेजा गया था. एक-दो ऑपरेशन के बाद उसे आराम के लिए घर भेजा गया था और मई में पुन: ऑपरेशन किया जाना था.
इस मामले को मीडिया में प्रमुखता से उजागर होने के बाद सरकार ने उसके इलाज का पूरा खर्च उठाने की जिम्मेवारी उठायी थी. पिछले डेढ़ माह से दिल्ली में ऑपरेशन की बाट जोह रहे मुकेश के मामा धीरज कुमार ने बताया कि सरकार व जिला प्रशासन द्वारा घोषित एक भी सुविधा उसे नहीं मिल रही है.
सरकार की घोषणा के अनुसार, दिल्ली के बिहार निवास में मुकेश को ठहरने तो दिया गया है, परंतु यहां भाड़े की मांग की जा रही है. खाना व एम्स जाने का खर्च मुकेश को खुद उठाना पड़ रहा है. मुकेश के मामा धीरज ने आगे मोबाइल पर बताया कि शेखपुरा रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा घोषित 50 हजार रुपया की सहायता राशि भी अभी तक मुकेश को नहीं मिल पायी है. उन्होंने बताया कि सरकार के हस्तक्षेप के बाद मुकेश का ऑपरेशन शीघ्रता से एम्स में संपन्न हो सकता था.
गौरतलब है कि पुलिस प्रताड़ना के खिलाफ मुकेश ने तत्कालीन शेखपुरा के एसपी बाबू राम सहित अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. बाद में पुलिस ने मुकेश को अवैध शराब के दो मामले में गिरफ्तार कर प्रताड़ित किया गया था. मुकेश को प्रताड़ना से उबरने के लिए सरकार और प्रशासन से लंबी आस लगी हुई है.