रांची: क्षितिज मूक बधिर आवासीय विद्यालय में दो शिक्षकों की नियुक्ति का मामला वर्ष 2011 से लंबित है. इससे विद्यालय का पठन-पाठन बाधित हो रहा है. विद्यालय की ओर से जिला शिक्षा अधीक्षक को पांच मई 2013 को शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने संबंधी आदेश पर विचार के लिए आवेदन दिया गया था. स्कूल को आवेदन जमा किये हुए एक माह से अधिक हो गये, पर अब तक इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है.
स्कूल की ओर से दिये गये आवेदन में कहा गया है कि श्रवण नि:शक्त बच्चों को पढ़ाने के लिए विशेष शिक्षकों की आवश्यकता होती है. राज्य में मूक बधिर बच्चों के पढ़ने के लिए यह एकमात्र सरकारी अनुदानित स्कूल है. ऐसे में विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति पर शीघ्र निर्णय लिया जाये.
क्या है मामला
क्षितिज मूक बधिर विद्यालय, निवारणपुर के दो शिक्षकों की नियुक्ति वर्ष 2011 में विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा की गयी. दोनों शिक्षकों ने एक अप्रैल 2011 को विद्यालय में योगदान दिया. जिला शिक्षा अधीक्षक ने दोनों शिक्षकों की नियुक्ति की स्वीकृति भी दी. डीएसइ कार्यालय ने शिक्षकों के वेतन निर्धारण के लिए प्रस्ताव प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को भेजा. वेतन के संबंध में कोई निर्देश प्राप्त नहीं होने पर विद्यालय प्रबंधन की ओर से जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय को रिमाइंडर दिया गया. इसके बाद जिला शिक्षा अधीक्षक ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम का हवाला देते हुए दोनों शिक्षकों की नियुक्ति रद्द कर दी.
डीएसइ को दिया गया आवेदन
स्कूल के प्रधानाध्यापक अनिल कुमार लाल ने बताया कि शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने संबंधी आदेश पर विचार के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक को आवेदन दिया गया था. नियुक्ति पर निर्णय नहीं होने से शिक्षकों के अभाव में विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है.