सीवान : शहर ही नहीं पूरे जिले की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था काफी लचर हो गयी है. न ही इसके आने का समय निर्धारित है और न ही जाने का. सबसे खास बात तो यह है कि विभागीय कर्मचारी कब बिजली काट दे, इसका कोई रोस्टर तय नहीं है. यूं कहा जाये तो विभागीय कर्मचारी अपनी मनमानी करते हैं.
शहर के लोगों को कुछ हद तक विद्युत कटौती से राहत है, लेकिन प्रखंड क्षेत्रों के ग्रामीण इलाकों की बदतर है. रविवार का दिन छुट्टी के बाद भी लोगों में खुशी नहीं देखी गयी. 30 जून यानी रविवार की सुबह से ही लगभग आधा शहर की विद्युत आपूर्ति ठप कर दी गयी. लोग दिन भर विभागीय अधिकारियों व कार्यालय के नंबर पर कॉल करते रहे.
जवाब मिलता था कि एक घंटे में आ जायेगी तो कुछ देर में आ जायेगी कह कर्मचारी अपना पल्ला झाड़ लेते थे. सुबह करीब 9.00 से रात 9.00 बजे तक विद्युत आपूर्ति ठप रही. सबसे खास बात इतनी देर तक कटौती होने के चलते घरों में लगे इनवर्टर तक जवाब दे गये. सबसे अधिक दिक्कतें गृहिणियों को हुईं.
उन्हें पानी के लिए तरसना पड़ा. शहर में ऐसा कोई दिन नहीं होगा, जब विभाग के कर्मचारी कोई न कोई बहाना बना कर बिजली नहीं काट देते हों. शहर की विद्युत आपूर्ति का जब यह हाल है तो, अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्रामीण क्षेत्रों का क्या हाल होगा.
इस संबंध में विद्युत विभाग के एसडीओ मुकेश कुमार ने बताया कि रविवार को शहर के कई हिस्सों में मरम्मत का कार्य चल रहा था. इसलिए विद्युत आपूर्ति कुछ घंटों के लिए ठप रही. जैसे ही काम पूरा हो जायेगा, आपूर्ति सुचारु रूप से बहाल कर दी गयी.
इन क्षेत्रों में ठप रही आपूर्ति
रविवार को स्टेशन रोड, बबुनिया मो, तरवारा रोड, स्टेट बैंक रोड सहित सेक्शन वन, सेक्शन टू में कई जगहों पर जजर्र तार, अर्थिग तार व ट्रांसफॉर्मर में लगे बूस बार को बदलने व जंफर से संबंधित मरम्मत का कार्य चल रहा था, जिसके चलते सुबह से लेकर शाम तक विद्युत आपूर्ति ठप रही.