देहरादून : उत्तराखंड में बद्रीनाथ से 200 से अधिक श्रद्धालुओं को आज सुरक्षित निकाल लेने के बीच राज्य सरकार ने कहा है कि सिर्फ 500 और लोग वहां फंसे हुए हैं और उनके पास पर्याप्त मात्र में खाद्य सामग्री और चिकित्सा सुविधा है.
वहीं, प्रभावित इलाकों में शवों की अंत्येष्टि और राहत सामग्री के परिवहन में नई चुनौती पेश आ रही है. मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि पुलिस, स्वास्थ्य, पशुपालन विशेषज्ञ एवं स्वच्छता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों पर आधारित 200 लोगों की टीम को एनडीआरएफ के उपकरणों के साथ केदारनाथ और रामबाडा भेजा जा रहा है, जहां वे मलबे से शवों को निकालेंगे और उनकी अंत्येष्टि की प्रक्रिया में तेजी लाएंगे. उन्होंने बाढ़ प्रभावित राज्य में मौजूदा हालात की समीक्षा के लिए शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद यहां संवाददाताओं को बताया कि रामबाडा में मारे गए लोगों की अंत्येष्टि भी कुछ दिनों में शुरु होने की संभावना है.
मुख्य सचिव सुभाष कुमार के साथ बैठक में शरीक हुए पुलिस महानिदेशक सत्यव्रत बंसल ने कहा, ‘‘प्रभावित इलाकों में टनों मलबे को हटाना और इसके नीचे दबे शवों को निकालना इस वक्त हमारी शीर्ष वरीयता है.’’ उन्होंने बताया कि केदारनाथ मंदिर इलाके में 34 शवों की अंत्येष्टि की जा चुकी है और जमीन पर पड़े 55 से 60 शवों की अंत्येष्टि की जानी बाकी है. बचाव टीम द्वारा युद्ध स्तर पर इसके लिए प्रक्रिया चलाई जाएगी.