रांची : न्यू कैसल विवि, आस्ट्रेलिया के इंटरनेशनल डीन डॉ फिलिप गेरी ने कहा है कि रांची विवि के साथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत एमओयू करने में कोई परेशानी नहीं है. न्यू कैसल विवि इस विवि के साथ भौतिकी, भूगर्भशास्त्र व मास कम्यूनिकेशन विभाग के विकास के लिए हर संभव मदद करने को तैयार है. डॉ गैरी शनिवार को कुलपति कक्ष में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
डॉ गैरी ने कहा कि एमओयू कब व किन शर्तो पर होगा. इसके लिए अंतिम निर्णय न्यू कैसल विवि के वीसी व प्रोवीसी से बात करने के बाद लिया जायेगा. एमओयू रांची में होगा या आस्ट्रेलिया में होगा, इस पर अंतिम निर्णय शीघ्र ले लिया जायेगा. वैसे रांची विवि के कुलपति को भी न्यू कैसल विवि आमंत्रित किया गया है. उन्होंने कहा कि इस विवि से बहुत आशा है.
न्यू कैसल विवि के ही डिजाइन व आइटी के व्याख्याता डॉ विक्रांत किशोर ने कहा कि भारत में तीन विवि के साथ समझौता पर न्यू कैसल विवि ने पहल की है. इसमें पहला विवि रांची विवि को चुना गया है.
इसके बाद दिल्ली विवि व एक अन्य विवि शामिल हैं. न्यू कैसल विवि रांची विवि के मास कम्यूनिकेशन विभाग के विकास के लिए विशेष ध्यान देगा. मौके पर प्रोवीसी डॉ एम रजिउद्दीन, रजिस्ट्रार डॉ अमर चौधरी, वोकेशनल को-आर्डिनेटर डॉ अशोक कुमार चौधरी,डॉ एमसी मेहता भी मौजूद थे.
बीआइटी मेसरा भी गये दोनों अधिकारी : न्यू कैसल विवि के डॉ फिलिप गेरी व डॉ विक्रांत किशोर बीआइटी मेसरा भी गये. वहां चल रहे कई कोर्स के संबंध में जानकारी ली. बीआइटी के साथ किन-किन विषयों के साथ न्यू कैसल विवि का समझौता हो सकता है, इस पर विचार-विमर्श किया.