कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस की सरकार को गणतंत्र पर भरोसा नहीं है. यह आरोप लगाते हुए बुधवार को राज्य में वाम मोरचा के चेयरमैन विमान बसु ने पंचायत चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति, महिलाओं के प्रति आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी, राज्य में चरमराती कानून-व्यवस्था आदि के लिए ममता बनर्जी के नेतृत्ववाली तृणमूल सरकार को जिम्मेदार ठहराया. वह बुधवार को वाम मोरचा की कोलकाता जिला कमेटी द्वारा रानी रासमणि एवेन्यू पर आयोजित विरोध सभा को संबोधित कर रहे थे.
विमान बसु ने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार पंचायत चुनाव कराना ही नहीं चाहती. यही वजह है कि जब सुरक्षा के मुद्दे पर चुनाव आयोग ने केंद्रीय बल की मांग की, तो उसे तवज्जो नहीं दिया गया अब सुरक्षा के मुद्दे पर हाइकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट में मामला विचाराधीन है. आगामी 28 जून को ही स्पष्ट हो पायेगा कि पंचायत चुनाव होगा या नहीं.
विमान बसु ने कहा कि तृणमूल सरकार संवैधानिक नियमों का उल्लंघन करने से नहीं चूक रही है. ऐसा लगातार हो रहा है. पंचायत चुनाव को लेकर नामांकन पत्र जमा कराने के दौरान वामपंथियों पर हमले हुए, उन्हें नामांकन पत्र वापस लेने के लिए धमकाया गया. तृणमूल सरकार पूर्व वाम मोरचा सरकार के विषय में तरह-तरह के आरोप लगा कर लोगों को गुमराह कर रही है.
सीएम का दावा खोखला
वरिष्ठ वामपंथी नेता ने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार केंद्र से मिले राशि का दुरुपयोग कर रही है. विकास कार्यो की बजाय उत्सवों और मेला के नाम पर 10 करोड़ से लेकर 17 करोड़ रुपये फिजूल खर्च किये गये हैं. आरोप के मुताबिक ममता बनर्जी द्वारा जंगल महल में लोगों को 100 दिनों रोजगार दिलाने की योजना के दावे भी खोखले हैं. दाजिर्लिंग में भी अराजकता की स्थिति बनी हुई है. विरोध सभा के दौरान दिलीप सेन, तपन मित्र, मोइनुद्दीन शम्स, भोला सोनकर समेत अन्य वामपंथी नेता मौजूद रहे.