किरीबुरू : सारंडा के घने जंगलों के बीच सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के हथियार, गोला-बारूद बनाने की अब तक की सबसे बड़ी फैक्ट्री व प्रशिक्षण कैंप को ध्वस्त कर दिया है. जंगल के बीच नक्सली कैंप का पता सुरक्षा बलों के अभियान के दौरान मंगलवार की शाम को चला.
यह कैंप बाबूडेरा से आगे चेराडेरा के घने-जंगलों में लगभग डेढ़ किलोमीटर दक्षिण में था. नक्सली कैंप में हथियारों का जखीरा व भारी मशीन के अलावा हथियार, गोला-बारूद बनाने की सामग्री देख कर जवानों के होश उड़ गये.
यहां मिली मशीनें, कल-पूज्रे व विस्फोटक कुछ इस तरह के हैं जिन्हें आज तक सीआरपीएफ के जवानों ने भी न कभी देखा था, न ही उसका नाम जानते हैं. माना जा रहा है कि ऑपरेशन अनाकोंडा में भी इतनी बड़ी मात्र में नक्सली हथियार व गोला-बारूद नहीं बरामद किये गये थे.
भाग निकले नक्सली
सुरक्षा बलों को यह सफलता थलकोबाद में तैनात सीआरपीएफ-197 बटालियन के सहायक कमांडेंट यूबी सिंह एवं जुंबईबुरू स्थित यूको कंपनी के सहायक जैकी कुमार के नेतृत्व में सारंडा में ऑपरेशन के दौरान मिली. पुलिस की दस्तक पाकर नक्सली भाग निकले. सुरक्षा बलों ने नक्सली कैंप को ध्वस्त कर दिया है जबकि यहां से बरामद सामानों को कैंपों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है.
बताया जाता है कि बरामद सामग्री एक ट्रक से भी अधिक है. जिसमें गोला-बारूद, कल-पूज्रे, मशीन आदि शामिल है. इससे पूर्व जवानों ने तिरोलपोसी क्षेत्र से नक्सलियों के हथियार बनाने की फैक्ट्री व बंकर को ध्वस्त कर बड़ी सफलता अजिर्त की थी.