बरसात में प्रखंड मुख्यालय से 30 गांवों का कट जाता है संपर्क
कुंदा : बरसात के दिनों में सड़क के अभाव में प्रखंड की तीन पंचायत के लगभग 30 गांवों के 15 हजार लोगों का आवागमन ठप हो जाता है. वाहनों के नहीं चलने से ग्रामीणों को लगभग 20 किमी पैदल चल कर प्रखंड मुख्यालय आना पड़ता है.
सबसे अधिक परेशानी बीमार लोगों को इलाज के लिए प्रखंड मुख्यालय लाने में होती है. कई बार तो स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने के पहले की बीमार व्यक्ति की मौत हो जाती है.
ग्रामीणों ने बतायी अपनी पीड़ा : एकता गांव के जीतन गंझू ने बताया कि बरसात के दिनों में काफी परेशानी होती है. पिछले वर्ष दारी गांव में इलाज के अभाव में चार लोगों की मौत हो गयी थी. पोटम के उमेश भुइयां ने कहा कि खाने-पीने की सामग्री ले जाने में भी काफी दिक्कत होती है. हरदियाटांड़ के मंजर बेगा ने कहा कि बरसात के दिनों में प्रखंड मुख्यालय से पूरी तरह कट जाते है. काम-काज ठप हो जाता है.
सड़क व पुल-पुलिया का निर्माण किया जायेगा : बीडीओ : बीडीओ जहुर आलम ने कहा कि वैसे गावों में आइएपी से सड़क व पुल-पुलिया का निर्माण किया जायेगा, जिन गांवों का बरसात में प्रखंड मुख्यालय से संपर्क कट जाता है. वैसे गांवों में मनरेगा के तहत सड़क भी बनायी जायेगी.