* एक सप्ताह में नगर में दो लोगों को मारी गोली
दरभंगा : शांत माने जाने वाले मिथिलांचल की राजधानी दरभंगा में इन दिनों बढ़ते आपराधिक घटनाओं से लोग दहशत में हैं. आये दिन हत्या, दिन दहाड़े गोलीबारी, बाइक चोरी, डिक्की तोड़ गिरोह पर लगाम लगाने में पुलिस नाकामयाब साबित हो रही है. आये दिन लाश पाये जाने से भी यहां के लोग दहशत में है.
इधर बेखौफ अपराधियों द्वारा शहर के कई व्यवसायी और प्रशासनिक पदाधिकारियों से रंगदारी मांगी गयी है. इससे व्यवसायी खौफजदा हैं. एक सप्ताह के भीतर दो लोगों को खुलेआम अपराधियों ने गोली मार दी. रविवार की सुबह प्रो. केपी गुप्ता को अपराधियों ने गोली मारकर पुलिस को खुली चुनौती दी है. प्रो. गुप्ता से रंगदारों ने छह मई को फोन कर पांच लाख रूपये रंगदारी मांगी थी.
इस संबंध में प्रो. गुप्ता ने लहेरियासराय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. वहीं वरीय पुलिस पदाधिकारियों से मिलकर सुरक्षा की मांग भी की थी. प्रो. गुप्ता को पुलिस ने सुरक्षा का भरोसा भी दिया, परंतु बेखौफ अपराधियों ने आज अहले सुबह उन्हें गोली मार दी.
गोलीबारी की घटना 20 जून को भी दिन दहाड़े शहर के बीचोबीच नगर थाना क्षेत्र के सकमापुल पर घटी. अपराधियों ने भीगो निवासी मो. मुश्ताक के पुत्र मो. गुड्डू को गोली मार दी.
गोली मारने के बाद अपराधी बड़े आराम से बाइक से भाग निकले. हालांकि नगर थाना पुलस ने महज 24 घंटे के भीतर इस मामले में दो अपराधी मो. सुभान एवं सुनील को एक सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल और 9 जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया.
बहादुरपुर थाना क्षेत्र के मुंबईया चौक के समीप स्थित नाले से बीते दिनों परमानंद झा के भतीजे का शव बरामद किया गया. इस संबंध में परमानंद झा द्वारा अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी. पुलिस इस हत्या की गुत्थी अबतक सुलझा नहीं पायी है. 7 मई को जीएम रोड से भी पुलिस को एक लाश मिली थी.
बाद में कंसी निवासी मृत युवक नवीन कुमार चौधरी की हत्या को ले उनकी पत्नी ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इस मामले में भी पुलिस अंधेरे में ही पुलिस अबतक हाथ-पांव भांज रही है. केवटी थाना क्षेत्र के लदारी गांव के समीप पुल के नीचे बिजली मिस्त्री दिवाकर झा की हत्या कर शव फेंक दिया गया. इस मामले में अबतक पुलिस किसी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है.
इधर आये दिन बाइक चोरी और डिक्की तोड़कर लोगों की गाढ़ी कमाई लूट रहे हैं. घटना पर लगाम लगाने में पुलिस पूरी तरह नाकामयाब साबित हुई है. हां, इतना जरूर हो रहा है कि पुलिस बाइक चोरी और डिक्की तोड़ने की घटना को सेंसर करने में माहिर हो गयी है. कुछ दिनों से शहर में रंगदारी मांगे जाने की घटना से व्यवसायी खौफजदा है. बताया जाता है कि साड़ी हाउस के मालिक समेत आधे दर्जन व्यवसासियों से एक सप्ताह के भीतर रंगदारी मांगी गई है.