जहानाबाद (नगर) : राष्ट्रवाद या धर्मनिरपेक्ष हमारे देश के लिए कोई मुद्दा नहीं है, बल्कि इससे ज्यादा देश को समाजवाद की की जरूरत है, जिससे रोजी-रोटी, शिक्षा, स्वास्थ्य समेत अन्य बुनियादी समस्याओं का हल हो सकें. उक्त बातें ऑल इंडिया यूनाइटेड मुसलिम मोरचा के संरक्षक पूर्व सांसद डॉ एजाज अली ने कहा.
जन जागरण अभियान के तहत जहानाबाद पहुंचे पूर्व सांसद डॉ अली ने कहा कि जदयू का भाजपा से अलग हो जाना देर से उठाया गया कदम है, जो सराहनीय है. लेकिन यह कदम 2010 में ही उठाया जाता तो अबतक जदयू को बिहार में काफी मजबूती मिल गयी होती. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की नयी सरकार को अपनी नयी योजनाओं के द्वारा बिहार को समाजवाद की पौधाशाला बना कर देश को सार्थक संदेश देना चाहिए. गुजरात मॉडल का यहीं करारा जवाब होगा.
डॉ अली ने कहा कि खाद्य सुरक्षा बिल के मामले पर केंद्र सरकार से समझौता के समय मुख्यमंत्री को दलित मुसलिम आरक्षण से संबंधित मुद्दा भी उठाना चाहिए. इस अवसर पर रफीक आलम, रियाजुद्दीन, मो नौशाद, मो अख्तर सहित अन्य लोग उपस्थित थे.
* ऑल इंडिया यूनाइटेड मुसलिम मोरचा के संरक्षक व पूर्व सांसद पहुंचे जहानाबाद
जन जागरण अभियान चलाया
* राजग का टूटना जदयू को पहुंचायेगा फायदा