* हाल केदारनाथ गये लोगों के परिजनों का
।। अवधेश कुमार राजन ।।
गोपालगंज : केदारनाथ गये लोगों के परजिनों का हाल-बेहाल है. परिजनों की खबर लेने के लिए कुछ टीवी से चिपके बैठे हैं तो कुछ अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं. यही नहीं उत्तराखंड की वादियों में अपने को ढूंढ़ने के लिए भी लोग निकल चुके हैं.परिजनों से संपर्क नहीं होने से हर पल बेचैनी बढ़ रही है.
उचकागांव थाना क्षेत्र के दहीभाता के निवासी तथा सेवानिवृत्त शिक्षक राष्ट्रपति से सम्मानित दीनानाथ तिवारी का पुत्र अरुण तिवारी 16 जून को बदरीनाथ से केदारनाथ के लिए रवाना हुए थे. रास्ते में गुप्ता काशी से परिजनों से अंतिम बार बात हुई. चार दिन बीत गये अब तक कोई सूचना नहीं मिल पा रही है, जिससे परिजन काफी व्याकुल हो उठे हैं. उनका पूरा परिवार टीवी पर टकटकी लगाने के साथ ही पुलिस-प्रशासन से लगातार संपर्क साध रहे हैं. उधर समाजसेवी डॉ बंदना शर्मा ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव तथा राज्यपाल को आवेदन भेज कर अरुण तिवारी की जानकारी उपलब्ध कराने की मांग की.
* परिजनों से संपर्क हुआ
पंचदेवरी :चार दिन बाद आखिरकार परिजनों से संपर्क हो पाया. इधर परिवार के लोगों की हालत खराब थी. संपर्क होते ही उनके चेहरे पर खुशी छा गये. पंचदेवरी के भठवां गांव के सेवानिवृत्त शिक्षक माधव कृष्ण दूबे अपनी धर्मपत्नी लालमती देवी के साथ चारों धाम की यात्रा पर गत 16 जून को गये थे.
17 जून से ही उनसे परिजनों का संपर्क कट गया था. इधर उत्तराखंड की घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया था . स्थिति यह थी कि पूरा परिवार परेशान थे. शुक्रवार को उनके बेटे शैलेंद्र दूबे से किसी तरह संपर्क हो पाया. वे लोग सुरक्षित हैं. अब सरकारी सहायता का इंतजार कर रहे हैं. जिस जगह पर हैं उसका नाम नहीं बता पा रहे. वहां आने- जाने के सारे संपर्क मार्ग भंग है. साथ ही कहा कि सरकारी मदद अभी तक नहीं पहुंची है.
* बेटों से संपर्क होते ही छलक पड़े आंसू
कुचायकोट : बद्रीधाम दर्शन के लिए गये प्रखंड की ढोढ़वलियां पंचायत की मुखिया विमला देवी के भतीजा तथा सामाजिक कार्यकर्ता रवींद्र पांडेय के पुत्र अभिषेक पांडेय, भतीजा अभिजित पांडेय व बलिवन के नर्मदा पांडेय का बेटा पप्पू पांडेय गंगोत्री से पांच किलोमीटर पहले जानकी चटी में फंसे हुए थे. रास्ता खुलने का इंतजार कर रहे थे.
शुक्रवार की सुबह आठ बजे सेना के जवानों के सहयोग से इनको आज निकाला गया . तीनों सकुशल हैं. उनका फोन आते ही परिजनों की आंखों से आंसू छलक पड़े. परिजनों से बात होने के बाद आमोद पांडेय ने बताया कि देर शाम तक हरिद्वार पहुंचने की संभावना है.