मुजफ्फरपुर: तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त सह क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के अध्यक्ष डॉ केपी रामय्या की अध्यक्षता में बुधवार को ट्रांसपोर्टरों की बैठक गुरुवार को हुई. बैठक करीब साढ़े तीन माह बाद हुई है. अंतिम बैठक छह मार्च को हुई थी. इस कारण यह बैठक आम जनता के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा था. लेकिन जिला परिवहन विभाग द्वारा जिले के विभिन्न रूटों पर चलने वाले ऑटो-रिक्शा का तय किराया व निर्धारित रूट से संबंधित एजेंडा पर अनुमति नहीं मिलने से आम लोगों को बड़ा झटका लगा है.
आरटीए सचिव हरि शंकर सिंह के मुताबिक जल्द ही आम जनता से जुड़े एजेंडा पर अध्यक्ष की मंजूरी मिल जायेगी. उन्होंने बताया कि बैठक में परमिट से संबंधित अधिक आवेदन रहने के कारण ऑटो किराया व रूट निर्धारण से संबंधित एजेंडा पर कोई फैसला नहीं हो सका है. बैठक में आरटीए सचिव हरिशंकर सिंह के अलावा डीआइजी अमृत राज व शिवहर डीएम अनिल कुमार सिन्हा मौजूद थे.
एक मिनट के अंतर पर पटना रूट में चलेंगी बसें
मुजफ्फरपुर से पटना व दरभंगा के लिए अब मात्र एक मिनट के अंतराल पर ही बसों का परिचालन होगा. ट्रांसपोर्टरों ने कम से कम पांच मिनट के अंतराल पर बसों को चलने की परमिट दी जाये, लेकिन आरटीए के अध्यक्ष ने इसे खारिज कर दिया. करीब 490 परमिट से संबंधित आये आवेदन में से बुधवार को हुई आरटीए की बैठक से करीब ढ़ाई सौ परमिट निर्गत हुआ है. इसके अलावा 25 स्कूल बसों को भी परमिट दिया गया है. वहीं राज्य ट्रांसपोर्ट से अनुबंधित बसों के परमिट के लिए आये आवेदनों का भी एसटीए से ही परमिट लेने के लिए खारिज कर दिया गया.