रांची: नशे की गिरफ्त में आकर युवा वर्ग आपराधिक गतिविधियों की ओर आकर्षित होने लगते हैं. नारकोटिक्स ब्यूरो ऑफ रांची द्वारा डीएवी गांधीनगर स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में इंटेलिजेंस ऑफिसर एसटी अख्तर ने यह टिप्पणी की. कहा कि नशा करने वाले युवक अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए चोरी व लूट सहित अन्य आपराधिक कार्यो में लिप्त हो जाते हैं.
उन्होंने बताया कि झारखंड को अफीम की खेती के लिए देश भर में जाना जाता है. प्रतिबंधित होने के बावजूद हेरोइन की बिक्री रोकना संभव नहीं हो पा रहा है. इस कार्यक्रम में 11वीं व 12 वीं के छात्र शामिल हुए. इसके बाद सीआरपीएफ कैंप में भी नशा के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया गया. आरके सिन्हा ने बताया कि नशा करने वाले की मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती.
उन्होंने छात्रओं से कहा कि आप किसी भी पार्टी में जायें, तो अभिभावक के साथ रहें. यदि अकेले हैं तो किसी अजनबी से लेकर पेय पदार्थ का सेवन न करें. धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्राचार्य एसके सिन्हा ने कहा कि किशोर उम्र में भटकने की आशंका अधिक होती है, अत: सावधान रहें. कार्यक्रम में स्कूल के शिक्षक अजय झा सहित अन्य शिक्षक भी उपस्थित थे.