* गंगा दशहरा पर लोगों ने लगायी नारायणी नदी में डुबकी
हाजीपुर : गंगा दशहरा के अवसर पर ऐतिहासिक गंगा और गंडक नदी के संगम स्थल कौनहारा घाट पर श्रद्धालुओं ने पवित्र नदी में डुबकी लगायी. और पूजा-अर्चना करते हुए अपने परिवार की मंगल कामना की. इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंगल गीत गाये और पितरों का तर्पण और दान दिया. नगर के नारायणी नदी के विभिन्न घाटों पर संस्कृति की झलक दिखी.
ढोलक , मानर और झांझ की गूंज से घाट गूजते रहे. श्रद्धालु मनौती मांगते और उतारते दिखे. पूजा-पाठ और वैदिक मंत्रों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ था. पवित्र संगम में स्नान के लिए श्रद्धालु नारायणी नदी के विभिन्न तटों पर आधी रात से ही जुटने लगे थे. सूर्य की पहली लालिमा के साथ जय गंगे मईया के उद्घोष के साथ लोगों ने डुबकी लगायी.
इस दौरान कौनहारा घाट के अलावे सीढ़ी घाट, पुल घाट, चित्रगुप्त घाट सहित अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी. महिला श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ जुटी थी. इधर गंगा दशहरा को लेकर शहर के भी मठ-मंदिरों में भी श्रद्धालु उमड़ पड़े थे. अहले सुबह से मठ- मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए लंबी लाइन लगी रही.
नगर महादेव पतालेश्वर स्थान मंदिर, सोनपुर स्थित हरिहर नाथ मंदिर के अलावा नगर के स्टेशन चौक, अनवरपुर, गांधी चौक, राजेंद्र चौक, बागमली, जढुआ सहित अन्य इलाके में स्थित मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. मंदिर की घंटियों और मंत्रों के स्वर से पूरा क्षेत्र से गूंज रहा था. इस अवसर पर लोगों ने दान-पुण्य भी किया और दरिद्र नारायण भोज का भी आयोजन किया.
स्टेशन स्थित शिव मंदिर के पुजारी अशोक बाबा ने गंगा माहात्म का वर्णन करते हुए स्थिति को कल्याण कारी बताया. चेहराकलां संवाददाता के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों से सैकड़ों श्रद्धालुओं का जत्था गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा स्नान के लिए हाजीपुर और पहलेजा के लिए रवाना हुआ. भाजपा के बंद से लोग थोड़े परेशान हो गये, लेकिन सभी बाद में आराम से स्नान के लिए चले गये.
इस दौरान महिलाओं की संख्या ज्यादा थी. गोरौल संवाददाता के अनुसार गंगा दशहरा के अवसर क्षेत्र के गोरौल ठिकहां, इनायत नगर, लोदीपुर, कटरमाला आदि स्थानों पर सैकड़ों महिलाओं ने स्नान किया. लोगों ने कहा कि ऐसी मान्यता है कि इस स्नान करने से लोग पाप से मुक्त हो जाते हैं.