भागलपुर: भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को स्टेशन चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका और मुर्दाबाद के नारे लगाये. भाजपा ने मुख्यमंत्री को धोखेबाज बताते हुए उन्हें विधानसभा को भंग कर नया जनादेश प्राप्त करने की मांग की. कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय से स्टेशन चौक तक जुलूस निकाला और मंगलवार को विश्वासघात दिवस मनाते हुए लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित बंद शामिल होने की अपील की.
इससे पूर्व भाजपा कार्यालय में जिला अध्यक्ष नभय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि भाजपा अपने सिद्धांतों व नीतियों से किसी भी बिंदुओं पर समझौता नहीं कर सकती. भाजपा ने बिहार के विकास एवं शांति के लिए जदयू से गंठबंधन किया था. वर्ष 2005 में जनता ने राजद के कुशासन से मुक्ति के लिए राजग को सत्ता सौंपी थी. तब से लगातार राजग की सरकार जनहित में कार्य कर रही है. फिर अचानक ऐसा क्या हो गया कि अचानक रविवार को जदयू ने राजग से अलग होने का फैसला कर लिया.
यदि इसके पीछे नरेंद्र मोदी हैं तो वर्ष 2003 में कच्छ में नीतीश कुमार ने श्री मोदी को एक अच्छा शासक एवं देश के उभरने वाले नेता के रूप में क्यों संबोधित किया था. आज उनकी लोकप्रियता देख कर जदयू के नेता सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बौखला गये हैं. वक्ताओं ने कहा कि नीतीश कुमार राजग के मुख्यमंत्री हैं न कि जदयू के. उन्हें अपना त्याग पत्र देते हुए विधानसभा भंग कर फिर से जनादेश प्राप्त करना चाहिए.
उन्होंने राजग से अलग होकर भाजपा और बिहार की जनता से विश्वासघात किया है. इसी को लेकर भाजपा ने 18 जून को पूरा बिहार बंद कराने का निर्णय लिया है. जिला के सभी भाजपा कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से बंद को सफल बनाने में अपना पूरा योगदान देंगे और आम जनता को बतायेंगे कि किस तरह नीतीश कुमार ने विकास के नाम पर भाजपा एवं आम जनता को धोखा दिया है. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने स्टेशन चौक पर नीतीश कुमार का पुतला फूंक कर अपना विरोध जताया.
इस मौके पर प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य हरिवंश मणि सिंह, बिंदु मिश्र, नरेश चंद्र मिश्र, अभय बर्मन, राधारानी सिन्हा, माला सिंह, ललिता देवी, योगेंद्र पांडेय, सज्जन अवस्थी,प्राणोश राय, शरद वाजपेयी, विष्णु कुमार शर्मा, कमलेश्वरी सिंह, भोला मंडल, वीरेश मिश्र, शशि मोदी, श्याम सुंदर प्रसाद, अल्तमस बिहारी, रामनाथ पासवान, प्रमोद चौधरी, सुनील कुमार मंडल, प्रदीप जैन, विजय मनसरिया, सोमनाथ शर्मा, प्रमोद वर्मा, कमल किशोर गुप्ता, नरेश यादव, विनोद कुमार, कुंदन कुमार मिश्र, पवन कुमार खेतान, अरुण भगत, ब्रह्नादेव मंडल, सुधरी चौधरी, विष्णुदेव राय, सुधीर चौधरी, सुरेंद्र पाठक, जवाहर लाल दास, श्रवण कुमार, ओम प्रकाश तिवारी, उमा भूषण, आलोक राय, देव कुमार पांडेय आदि उपस्थित थे.