मानवाधिकार आइजी ने पारदर्शिता नहीं बरतने की बात कही
रांची : सीआइडी एसपी की अनुशंसा पर पूर्व डीजीपी जीएस रथ द्वारा किये गये पुलिसकर्मियों के तबादले पर सवाल उठे हैं. पुलिसकर्मियों की शिकायत पर मानवाधिकार आइजी तदाशा मिश्र ने तबादले में पारदर्शिता नहीं बरतने की बात कही है.
संचिका पर उनकी टिप्पणी के बाद डीजीपी राजीव कुमार ने सीआइडी एसपी से स्पष्टीकरण मांगा है.
पूछा गया है कि तबादले में पारदर्शिता क्यों नहीं बरती गयी. जानकारी के मुताबिक पुलिस मुख्यालय ने सीआइडी से ऐसे पुलिसकर्मियों की सूची मांगी थी, जो पांच साल से अधिक समय से वहां पदस्थपित हैं. सीआइडी ने ऐसे कुल 67 पुलिसकर्मियों की सूची तैयार की, जिसमें 47 सिपाही व 20 कनीय पुलिस अफसर शामिल थे.
सीआइडी की ओर से पुलिस मुख्यालय को किये गये पत्रचार में भी इसका उल्लेख है, लेकिन पत्र के साथ भेजी गयी सूची में सिर्फ 21 पुलिसकर्मियों के नामों का ही जिक्र है. उनके बारे में यह भी कहा गया कि तीन को छोड़ अन्य सभी ने स्वेच्छा से सीआइडी में ही रहने की इच्छा जतायी है.
पुलिस मुख्यालय ने अन्य पुलिसकर्मियों के बारे में जानकारी लिए बिना ही 19 पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया. तबादले से संबंधित संचिका पर स्थानांतरण समिति के किसी भी सदस्य का हस्ताक्षर नहीं है.