धनबाद: झारखंड सरकार के सरायढेला स्थित जीएनएम हॉस्टल (जेनरल नर्सिग एंड मिडवाइफ) खतरनाक हो गया है. हाल के दिनों में हुई बारिश के बाद जगह-जगह से पानी रिसने लगा. मंगलवार को पूर्वाह्न नौ बजे मुख्य द्वार पर प्लास्टर का एक बड़ा टुकड़ा टूट कर गिर गया. गनीमत थी कि कोई उस दौरान वहां नहीं था. नहीं तो चोट आती.
इस हॉस्टल में इन दिनों 82 ट्रेनी नर्स रह रही हैं. उनका कहना है कि प्लास्टर झड़ने की घटनाएं अक्सर होते रहती है. बाथरूम व किचन के प्लास्टर भी अब झड़ें कि तब. कई जगहों पर छड़ निकल आया है. शौचालय का दरवाजा भी टूटा है.
खिड़कियों में शीशे तक नहीं : छात्रवास में 14 छोटे रूम हैं. जबकि 10 बड़े रूम हैं. छोटे रूम में दो-दो बेडरूम है. जबकि बड़े रूम में छह-छह बेड हैं. अधिकांश खिड़कियों में लगे शीशे टूट गये हैं. इससे बारिश में पानी कमरों घुस जाते हैं.
ट्रेनी नर्सो के लिए 40 सीटें हैं यहां : धनबाद में ट्रेनी नर्सो के लिए 40 सीटें हैं. पारा मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षा पास कर हर साल रांची के माध्यम से यहां चालीस लड़कियां आती हैं. तीन साल का कोर्स है. इस तरह से यहां 120 लड़कियां तक हो जाती हैं. फिलहाल यहां 82 लड़कियां हैं. नौ की जगह यहां मात्र तीन टीचर ही हैं.