जसीडीह/देवघर: नक्सलियों ने बुधवार की रात जसीडीह थाना क्षेत्र के तीन स्थानों पर पोस्टर चिपकाये. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी रामबाबू मंडल पुलिस पदाधिकारियों के साथ तीनों स्थानों पर पहुंच पोस्टरों को हटाया. इसके तुरंत बाद एसपी रंजीत कुमार प्रसाद भी मौके पर पहुंचे व जायजा लिया.
नक्सलियों ने औद्योगिक क्षेत्र जसीडीह के बंद पड़े हिंदुस्तान लीवर कंपनी के दरवाजे पर करीब दस पोस्टर, कोकरीबांक गांव जाने के रास्ते के पुल के दीवार पर बारह और उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय, कोड़ाडीह गेट पर करीब आठ पोस्टर चिपकाया.
पोस्टर पूर्वी बिहार, उत्तरी झारखंड जोनल कमेटी भाकपा माओवादी की ओर से चिपकाया गया है. पोस्टर में यूपीए सरकार को निशाना बनाते हुए अफजल गुरू की फांसी को यूपीए की हताशा बताया है.
क्या लिखा है पोस्टर में :
पोस्टर में ‘क्रांतिकारी जनता एवं कार्यकर्ताओं पर अत्याचार करने, ‘ फरजी मुठभेड़ में हत्या करने वाले पुलिस व पुलिस पदाधिकारियों को फांसी की सजा दो,’ ‘शोषक शासक वर्ग व पुलिस अधिकारी हम माओवादियों के ऊपर देश द्रोह का मुहर लगाना बंद करें, ‘दमनकारी अत्याचारी और व्यभिचारी पुलिस एवं पुलिस अधिकारियों को चिह्न्ति करें’, ‘कांग्रेस नीत यूपीए की फासिस्ट सरकार मुर्दाबाद’ आदि लिखा मिला है. पोस्टरबाजी की घटना के बाद स्थानीय लोगों में भय है. पुलिस ने सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है.
इससे पूर्व 26 जनवरी को बोढ़निया, हरकट्टा आदि स्कूलों में काला झंडा लगा कर विरोध जताया था. इसके बाद कोयरीडीह गांव, बिशनपुर स्कूल, मुढ़लाडीह (लतबेदिया) स्कूल आदि स्थानों में नक्सलियों ने पोस्टरबाजी की थी.