– पोड़ैयाहाट में पुलिस द्वारा दबाव बनाये जाने के बाद मेलरों का आंदोलन हुआ उग्र, पुलिस ने दिखाये तेवर
– एक घायल, आंदोलनकारियों के पथराव से डीएसपी समेत कई पुलिस कर्मी भी हुए घायल
गोड्डा : पोड़ैयाहाट में मेलरों का आंदोलन उग्र रूप धारण कर लिया है. लगातार 24 घंटे से सड़क जाम कर रहे आंदोलनकारियों को बुधवार की सुबह समझाने गये डीएसपी मृत्युंजय प्रसाद के नेतृत्व में नगर थाना प्रभारी अजय तिवारी, पोडै़याहाट थाना प्रभारी जे सिंह मुंडा सहित बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों ने होली फैमली हास्पीटल के पास सड़क पर बैठे लोगों को समझाने का प्रयास किया.
समझाने के बावजूद लोग और भी उग्र हो गये. नजीतन पुलिस को जाम हटाने के लिये दबाव बनाते हुए लाठी चार्ज करनी पड़ी. इससे भीड़ उग्र हो गयी. आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया.
जाम कर रहे लोगों द्वारा पथराव किये जाने के बाद पुलिस ने आत्मरक्षार्थ हवाई फायरिंग की. इसमें जाम में शामिल चामूडीह गांव निवासी बमशंकर सिंह घायल हो गया. श्री सिंह को सदर अस्पताल में भरती कराया गया है. घायल श्री सिंह ने अस्पताल में बताया कि वह स्कूल के पास खड़ा था.
इस दौरान पुलिस द्वारा गोली चलायी गयी. गोली लगते ही वह जमीन पर गिर पड़ा. अस्पताल में डयूटी पर कार्यरत डॉ अजय कुमार झा ने युवक की गोली निकाली. घायल बम शंक र को अस्पताल में भरती कराने के दौरान विधायक प्रदीप यादव के पीए देंवेंद्र पंडित मौके पर मौजूद थे.
पथराव के दौरान डीएसपी हेडक्वार्टर मृत्युंजय प्रसाद के सर पर पत्थर लगा तथा नगर थाना प्रभारी अजय तिवारी के हाथ में पत्थर लग जाने से वे घायल हो गये. जबकि पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किये जाने के बाद तीन के घायल होने की बात बतायी जा रही है. घायलों में गुलशन राय, उर्मिला देवी तथा फुलचन राय के नाम शामिल हैं. घायलों को पोडैयाहाट अस्पताल में इलाज के बाद सदर अस्पताल में भरती कराया गया है.
सुबह जाम टूटा, फिर किया सड़क जाम
पुलिस द्वारा कार्रवाई कर सड़क जाम हटाये जाने के बाद आक्रोशित आंदोलनकारियों ने पोड़ैयाहाट-हंसडीहा मुख्य मार्ग चामूडीह तथा घटवारी गांव जहां वर्तमान में आइटीआइ कॉलेज का भवन निर्माण कार्य चल रहा है के पास मुख्य सड़क को जाम कर दिया.
वार्ता के लिये पुलिस ने दो नेताओं को लाया थाने
पोडैयाहाट मुख्यालय में सड़क जाम के बाद चामूडीह के पास सड़क जाम कर रहे आंदोलन कारियों को शांत कराने तथा वार्ता के लिये मेलर जाति के दो नेता किसुन सिंह तथा राम प्रसाद सिंह को बुलाकर थाना में वार्ता की गयी. तीन से चार घंटे तक चली वार्ता में स्वयं एसडीओ तथा पुलिस के बड़े पदाधिकारी उपस्थित थे.
वार्ता के बाद पुलिस द्वारा उक्त दोनों नेताओं को लेकर चामूडीह पहुंचने के साथ ही सड़क जाम कर रहे मेलरों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. दौरान पुलिस की ओर से भी बचाव किया गया.
आक्रोशितों ने बीडीओ के वाहन को फूंका
आंदोलन कारियों ने बीडीओ के नयी टाटा सूमो को फूंक डाला. घटना में एक चौकीदार तथा पुलिस कर्मी को गंभीर चोंटें आयी है.
घायल पुलिस कर्मी
उपद्रव के दौरान डीएसपी मनोरंजन प्रसाद, अजय तिवारी, विमल सिंह व चौकीदार को चोटें आयी है. सभी को पोड़ैयाहाट अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पिछली सरकार की गलती का नतीजा : प्रदीप
पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मामले में पिछली सरकार पूरी तरह से दोषी है. इस तरह की घटना नहीं होती यदि जिला प्रशासन की ओर से शांतिपूर्ण तरीके से मामले को सुलझाया जाता .कहा कि पूर्व की सभी सरकार द्वारा मेलरों को केवल परेशान करने का काम किया है.
इस मामले पर शीघ्र वार्ता हो. श्री यादव ने यह भी कहा कि वे अभी बाहर है, लेकिन शनिवार को घटना स्थल पहुंचेंगे. यह भी कहा कि मेलरों के साथ उनका पूरा समर्थन है. श्री यादव ने यह भी कहा कि आंदोलन हिंसात्मक नहीं हो, अहिंसा रूप में आंदोलन करना बेहतर होता है.
इस संबंध में एसपी अजय लिंडा ने गोली चलने की घटना की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी तेजो को आंदोलनकारियों ने पक ड़ लिया था. और उस पर कुल्हाड़ी से वार करने का प्रयास कर रहा था. इस कारण आत्मरक्षार्थ गोली चलाई गयी.
रात के वक्त समझाने गये एसडीओ
एसडीओ पवन कुमार मंगलवार की रात आंदोलन के क्रम में सड़क पर सोये आंदोलन कारियों को समझाने का पूरा प्रयास किये जाने के बावजूद आंदोलन कारियों ने इनकी एक नहीं सुनी.