।। अविनाश पांडेय ।।
बिहारशरीफ : पुआल के ढेर से सुई की खोज कराना चांद पर पत्थर फेंकने जैसा है. हालांकि नालंदा पुलिस अपने आशावादी सोच के दम पर असंभव को संभव करने की ठान चुकी है. संभवत: नालंदा के इतिहास में पहली बार पुलिस की बेहतर कार्यप्रणाली से प्रभावित होकर नालंदा जिला कृषि यंत्र निर्माता एवं विक्रेता संघ द्वारा जिले के 22 पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया.
पिछले 13 माह के दौरान नालंदा में घटी तमाम आपराधिक घटनाओं को सुलझाने में पुलिस ने बाजी मारी है. इस दौरान कुछ ऐसी भी आपराधिक घटनाएं घटीं, जिसे सुलझाना शायद पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. हालांकि पुलिस ने इस तरह के अनसुलझे कांडों को भी सुलझाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. दीप नगर कांड संख्या 25/13 व इसी थाने के कांड संख्या 109/13,111/13 व 119/13 तथा सोहसराय का पुष्पा हत्याकांड इसके ताजा उदाहरण हैं.
उक्त सभी अपराध को सुलझाने में पुलिस के पास सुराग के नाम पर कुछ भी नहीं था. दीप नगर थाना कांड संख्या 25/13 डबल मर्डर कांड में पुलिस के पास सुराग के नाम पर नयी दिल्ली से पटना आने के तीन रेल टिकट थे, जो मृत शाहिल अली व राज उर्फ राज बाबू की जेब से पुलिस को मिले थे.
अज्ञात अपराधियों द्वारा दिल्ली रहने वाले उक्त दोनों युवकों की हत्या दीप नगर थाना क्षेत्र के गुलनी बगीचा के समीप गोइठवा नदी के किनारे इसी वर्ष आठ फरवरी को कर दी गयी थी. दीप नगर थाने की पुलिस ने अपने दम पर न सिर्फ इस कांड को सुलझा कर अपराधियों में बेचैनी ला दी, बल्कि यह संदेश भी दिया कि अपराधी चाहे अपराध करने के बाद कहीं भी छुपे हों, पुलिस उन्हें अवश्य निकाल लेगी.
घटना के 24 घंटे के भीतर लखीसराय जिले पिपरिया थाना क्षेत्र से अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने उस चाकू को भी बरामद किया, जिससे दोनों की हत्या की गयी थी. दूसरी घटना भी दीप नगर थाना क्षेत्र के मंगला स्थान स्थित गौरव ट्रैक्टर शो-रूम में 19 मई को घटी. अज्ञात अपराधियों द्वारा शो-रूम के संचालक विनोद कुमार से फोन पर 25 लाख की रंगदारी मांगी गयी.
अज्ञात अपराधियों द्वारा प्रतिष्ठान पर चढ़ कर गोलीबारी भी की गयी. पुलिस ने इस अनसुलझे कांड का पटाक्षेप वारदात के दस दिन के भीतर ही कर दिया. इस मामले में उत्तर प्रदेश के आगरा शहर का एक शूटर सहित पांच अपराधियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की.
अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर नालंदा के पुलिस अधीक्षक निशांत कुमार तिवारी ने एक विशेष टीम का गठन किया था. टीम में मुख्य रूप से दीप नगर के थानाध्यक्ष उदय शंकर, एकंगर सराय के थानाध्यक्ष सिंधु शेखर सिंह, हरनौत के थानाध्यक्ष अशोक कुमार आजाद सहित 22 पुलिस कर्मियों की एक टीम बनायी थी.
* अनसुलझे वारदातों को सुलझाने की अदा निराली
* दीप नगर डबल मर्डर व गौरव ट्रैक्टर के संचालक से 25 लाख की रंगदारी व गोलीबारी कांड जैसे केस में मिली सफलता