सीवान : 12 रोज पहले बड़हरिया थाना क्षेत्र के बहुआरा गांव निवासी एक युवक की मौत संदिग्धावस्था में हो गयी थी. वह गांव न आकर मौसेरी बहन के यहां गया हुआ था. जहां से वह अपने बहनोई को लेकर दिल्ली जानेवाला था. 29 मई को उसके घर पहुंची उसकी मौसेरी बहन ने परिजनों को बताया था कि वह जहर खिलानेवाले गिरोह का शिकार हो गया है.
परिजनों ने उसे बड़हरिया स्थित निजी अस्पताल में पहुंचाया, जहां उसे सीवान रेफर कर दिया गया. इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गयी. इसके बाद परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिये उसे दफन कर दिया. भाई की मौत की सूचना के बाद गांव पहुंचे बड़े भाई को हकीकत का पता चला तो उसने न्यायालय में आवेदन देकर शव निकाल कर पोस्टमार्टम कराने की मांग की.
न्यायालय व एसपी को दिये गये ज्ञापन में मृतक मिंटू के बड़े भाई तारिक अनवर ने लिखा है कि बड़हरिया थाना क्षेत्र निवासी बहुआरा मोहम्मद शादिक उर्फ मिंटू, पुत्र मोहम्मद आलम दिल्ली में रह कर एक प्राइवेट कंपनी में कार्य करता था.
16 मई को गांव न आकर वह सीधे गोरयाकोठी के कपिया हाता गांव मौसेरी बहन सलामुन निशा, पत्नी यूनुस मियां के घर पहुंचा. वहीं पर रह रहा था. वह वहीं से बीमार बहनोई को दिल्ली इलाज कराने के लिए लेकर जानेवाला था. इसी बीच गोपालगंज जिले के थावे थाना क्षेत्र के केशवपुर गांव निवासी मौसेरी बहन का दामाद भी आया हुआ था.
26 मई की रात मौसेरी बहन के दामाद को उसकी छोटी बेटी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया. उसने यह बात अपने बहनोई व बहन को बतायी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा. इधर दामाद के इस कृत्य को छिपाता देख शोर मचाना शुरू कर दिया. शोर बहनोई, बहन व उसके दामाद ने मारना-पीटना शुरू कर दिया. यहीं नहीं अधमरी हालत में जहरीली दवा भी पिला दी.
27 मई मिंटू को फेंकने के लिए गांव के बाहर ले जा रहे थे. तभी ग्रामीणों ने देख लिया. उन्होंने बहाना बनाते हुए पिता द्वारा जमीन नहीं दिये जाने पर जहरीला पदार्थ खा लेने की बात बतायी. इसके बाद मेरे भाई को ले जाकर गांव में छोड़ दिया. मौसेरी बहन ने घर जाकर मेरे पिता को यह बता दिया कि दिल्ली से आते समय मिंटू को जहरखुरानों ने कुछ खिला दिया था. इसके बाद परिजन उसे निजी चिकित्सालय में ले गये, जहां से उसे सीवान रेफर कर दिया गया.
सीवान के एक प्राइवेट चिकित्सालय में उसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी. इसके बाद बिना पुलिस को सूचना दिये उसे दफन कर दिया गया. 29 मई को जब मैं गांव पहुंचा तो सारी हकीकत पता चली. मैंने ठान ली कि भाई के हत्यारों को सजा दिला कर रहूंगा. दो दिनों तक गोरयाकोठी व बड़हरिया पुलिस उसे मामला इस थाने का नहीं उस थाने का है कह घुमाती रही. थक हार कर जब वह एसपी के पास पहुंचा तो एसपी ने बड़हरिया पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया.
बड़हरिया थानाध्यक्ष के कहने पर गोरयाकोठी पुलिस ने मेरे मामले में छानबीन की. जब मैंने उनसे शव निकाल पोस्टमार्टम कराने की बात कही तो उन्होंने न्यायालय से निर्देश जारी करवाने की बात कही. मृतक के भाई ने न्यायालय को आवेदन सौंप कर शव निकाल कर पोस्टमार्टम कराने व भाई के हत्यारों के खिलाफ सख्त-से-सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
* मौसेरी बहन के दामाद की छोटी बेटी के साथ नाजायज संबंध बनाते देखने पर हुई थी हत्या
* बड़े भाई ने मौसेरी बहन, बहनोई व उनके दामाद पर लगाया हत्या का आरोप
* न्यायालय में आवेदन सौंप कर शव निकाल कर उसका पोस्टमार्टम कराने की लगायी गुहार
* 26 मई को इलाज के दौरान हुई थी मिंटू की मौत