मुजफ्फरपुर: नगर विधायक सुरेश शर्मा ने मेयर की ओर से जारी रिपोर्ट कार्ड को खारिज करते हुए कहा कि जो काम दो साल पहले शुरू हो चुका है, उसे भी रिपोर्ट कार्ड में शामिल किया गया है. कई कार्यो का शिलान्यास हो गया. लेकिन टेंडर नहीं हुआ. उसे भी रिपोर्ट कार्ड में शामिल किया गया है. उन्होंने रिपोर्ट कार्ड को झूठ का पुलिंदा बताया. श्री शर्मा ने कहा कि रेलवे अधिकारियों के साथ रेलवे से जुड़ी नालों का निरीक्षण किया.
डीआरएम से भी बात की तो सभी ने सहयोग की बात बतायी है. रेलवे अधिकारियों ने कहा कि जो नाला रेलवे के अधीन है, वह रेलवे उड़ाही करेगा. जो नाला नगर निगम का है, उसे निगम करे. उसमें रेलवे सहयोग करेगा.
लेकिन निदान कहता है कि सफाई हम करेंगे, खर्च रेलवे से मिले, यह गलत है. हमने नगर निगम में अनियमितता को देखते हुए क्रमबद्ध ढंग से धरना प्रदर्शन की बात कही थी. इसके लिए 15 सदस्यीय कमेटी भी बनायी गयी. आज कमेटी की बैठक बुलाई गयी थी. जिसमें निर्णय लिया कि नगर आयुक्त को जल्द पदस्थापित करा कर उसके एक सप्ताह बाद यदि सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि तत्काल डीएम से प्रभारी नगर आयुक्त को वित्तीय अधिकार देने की बात करेंगे. साथ ही सरकार से यह भी बात करेंगे कि जब तक पेय जल, सफाई आदि सुविधा की व्यवस्था निगम मुहैया नहीं कराती है तब तक पुराने रेट पर ही लोगों से टैक्स लिया जाये. शहर की टूटी सड़क पर तत्काल फेंकी गयी राबिश डालकर रोलर चलवा कर उसे ठीक कराया जायेगा.
इसके लिए यदि फंड नहीं है तो रजिस्ट्री ऑफिस से जो तीन करोड़ मिलता है, उससे कार्य कराया जाये. हमने दस बिंदुओं पर जो रिपोर्ट मांगी थी, वह नगर निगम ने उपलब्ध नहीं कराया है. आयुक्त मात्र दस दिनों से नहीं है. लेकिन काम उससे पहले से नहीं हो रहा है. सफाई के लिए पूर्व मेयर के समय ही एक करोड़ 63 लाख मिला था. जिससे कोई काम नहीं हुआ. प्रेस वार्ता में विधायक के अलावा भाजपा जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष अशोक शर्मा, भाजपा नेता मनोरंजन कुमार शाही शामिल थे.