वाशिंगटन : अमेरिका में सिखों और हिंदुओं के खिलाफ होने वाले नस्ली हिंसा के अपराधों पर यहां की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) द्वारा औपचारिक रूप से निगरानी रखने के फैसले को सही दिशा में उठाया गया पहला कदम करार देते हुए भारतीय अमेरिकी समुदाय ने इसकी तारीफ की है.
अमेरिका की वर्तमान प्रतिनिधि सभा में एक मात्र भारतीय अमेरिकी सांसद और इस कदम के पीछे अहम योगदान देने वाले विधि निर्माताआंे में एक डॉ एमी बेरा ने कहा कि इस तरह के अपराधों की जड़ तक पहुंचने और इसकी रोकथाम में उठाया गया यह पहला सही कदम है.
उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि एफबीआई बोर्ड की सिफारिशों को तेजी से लागू करेगा और जितनी जल्दी हो सके इन अपराधों की निगरानी शुरु करेगा. अमेरिका में 11 सितंबर, 2001 के आतंकवादी हमले के बाद से धार्मिक अल्पसंख्यकों को नस्ली नफरत के अपराध की घटनाओं का सामना करना पड़ा है.
इन अल्पसंख्यक समुदायों की ओर से बीते कुछ वर्षों से बनाए जा रहे दबाव के चलते एफबीआई सलाहकार नीति बोर्ड ने बुधवार को सिखों, हिंदुओं और अरब मूल के अमेरिकियों के खिलाफ होने वाले घृणा अपराधों पर निगरानी शुरु करने की सिफारिश की.
बोर्ड की सिफारिश का स्वागत करते हुए हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (एचएएफ) ने उम्मीद जताई है कि एफबीआई के निदेशक रॉबर्ट म्यूलर इसे जल्द लागू करेंगे.