बोकारो: चेंबर ऑफ कॉमर्स का हर कार्यकाल खत्म होने के बाद चुनाव होता है, पर इस बार के चुनाव में बात कुछ खास है. जहां बारिश बार-बार बोकारो के तापमान को कम कर रही है, वहीं चेंबर चुनाव के फीवर से चास-बोकारो का बाजार गरम है. उम्मीदवार डोर-टू-डोर जा रहे हैं. उम्मीदवारों ने जनसपंर्क अभियान काफी तेज कर दिया है.
चेंबर चुनाव कुछ मायनों में दिलचस्प इसलिए हो गया है कि अध्यक्ष पद के लिए हैट्रिक की उम्मीद लिये मैदान में उतरे एक बिजनेस मैन की छवि रखने वाले संजय बैद और की सीधी टक्कर राजनीतिक प्रभाव रखने वाले राजेश ठाकुर से है. श्री बैद हर बार की तरह पूरी रणनीति के साथ अपने सभी करीब 21 समर्थक के साथ अपनी दावेदारी पुख्ता कर चुके हैं. वहीं श्री ठाकुर प्रचार अभियान में तेजी दिखाते हुए इस बार चेंबर के समीकरण को तोड़ने में पूरी ताकत झोंक दिया है.
आखिरी एक वोट भी रखेगा मायने
यू तो उम्मीदवारों के लिए हर वोट जरूरी है. पर अध्यक्ष पद के लिए आखिरी एक वोट सबसे ज्यादा मायने रखेगा. चेंबर के चुनाव में कुल 32 लोग उम्मीदवार हैं. 32 में से 21 को चुन कर आना है. अब इन 21 में से 11 वोट जिसके खाते में जायेगा, अध्यक्ष पद का दावेदार होगा. श्री बैद ने अपने भरोसे के उन सारे उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जो उन्हें वोट देंगे. पर कहीं इस समीकरण में सेंधमारी हो जाती है और एक से दो उम्मीदवार भी दगा दे जाता है तो खेल उलटा भी पड़ सकता है. जिस तरीके की राजनीति चेंबर चुनाव से पहले हो रही है ऐसा संभव है कि समर्थक अपना पाला बदल लें.
सिर्फ 589 वोटर ही है चुनाव में
बोकारो में बिजनेस और बिजनेसमैन की कमी नहीं है. पर ताज्जुब की इतने पुराने चेंबर से अभी तक सिर्फ 589 लोग ही जुड़े हैं. 2006 से पहले चेंबर पर एसके मेहरिया एंड ग्रुप की पकड़ थी. इसे तोड़ने में संजय बैद ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी और लगातार दो बार अध्यक्ष पद बने. इस बार के चुनाव में 589 लोग वोटिंग करेंगे. हर वोटर 21 बार मतदान करेगा. नौ जून को चुनाव के तुरंत बाद मतगणना शुरू होगी और देर रात तक नतीजे आ जायेंगे.