गुमला : चैनपुर प्रखंड के बामदा ग्राम में पड़हा जतरा सोमवार को भारी वर्षा के बावजूद धूमधाम के साथ संपन्न हुआ.
पड़हा जतरा समारोह के संस्थापक सह जिप सदस्य हांदू भगत ने कहा कि जनजाति समुदाय को बदलते समय के साथ नशापान से दूर होकर शिक्षा एवं विकास से जुड़ना चाहिए. श्री भगत ने जतरा समारोह में उपस्थित ग्रामीणों को 12 जून को डुमरी के मंदरियाटोली में आयोजित झारखंड जतरा में भाग लेने की अपील की.
जतरा में उपस्थित बामदा मुखिया विश्वनाथ उरांव ने कहा कि पंचायत चुनाव के ढ़ाई साल बाद भी गांव का विकास नहीं हो पा रहा है. इससे पूर्व पड़हा सम्मेलन की अध्यक्षता आयोजन समिति के अध्यक्ष सुहदेव मुंडा ने किया. इस अवसर पर क्षेत्र के 12 पहान पुजार को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया.
इस मौके पर पीपी, मनातु, सकरापहाडटोली, माडापानी, चरईगोडा, कोटाम, बहिराटोली, डांडटोली, ओरामांड, लुरू, कुटवां, बामदा भुसडी, सिविल, कुरूमगढ आदि ग्रामों के खोड़हा दल अपने पारंपरिक वेश भूषा, गाजा बाजा के साथ जतरा में सम्मलित होकर अपने कला प्रदर्शन किया. इस मौके पर हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.