नयी दिल्ली आइआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिये इंटरनेट से रेल टिकट बुक कराने वालों को अभी राहत के लिए अगले साल मार्च तक इंतजार करना पड़ेगा.
हालांकि उम्मीद की जा रही है कि मार्च में जब आइआरसीटीसी का नया सिस्टम चालू हो जायेगा, तो उसकी टिकट बुक करने की क्षमता में भी तीन से चार गुना की बढ़ोतरी हो जायेगी. यही नहीं, नये सिस्टम में रेल टिकट बुक कराने और ट्रेनों के बारे में जानकारी पाने वालों के लिए अलग-अलग सिस्टम होगा.
इससे रेल टिकट बुक कराने के लिए कम वक्त लगेगा. इस पूरे सिस्टम पर आइआरसीटीसी 90 से 100 करोड़ रु पये का निवेश करेगी. आइआरसीटीसी सूत्रों के मुताबिक, अभी इस वेबसाइट के जरिये हर मिनट में दो हजार टिकट बुक किये जा सकते हैं. लेकिन क्रि स और आइआरसीटीसी मिल कर जो नया सॉफ्टवेयर विकसित कर रहे हैं, उससे टिकट बुक करने की क्षमता में तीन से चार गुना की बढ़ोतरी होगी. नया सॉफ्टवेयर ऐसा होगा कि अगर किसी खास वक्त में टिकट बुकिंग का दबाव बढ़ेगा, तो वह उसे भी झेल सकेगा.
आइआरसीटीसी के एक अधिकारी के मुताबिक, अभी दोनों का एक ही सिस्टम है. ऐसे में इन्क्वायरी करने वालों की वजह से भी वेबसाइट की स्पीड कम हो जाती है. हालांकि नये सिस्टम के तहत टिकट बुकिंग और पूछताछ के लिए वेबसाइट एक ही रहेगी, लेकिन जैसे ही पैसेंजर पूछताछ के लिए बटन दबायेगा, वह अलग सिस्टम में चला जायेगा.
इस तरह से पूछताछ करने वालों के लॉगइन का असर टिकट बुकिंग कराने वालों पर नहीं पड़ेगा. गौरतलब है कि इस वक्त आइआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिये रोजाना औसतन 4.10 लाख टिकट बुक होते हैं. आइआरसीटीसी अधिकारियों का कहना है कि यह पूरा सिस्टम इस वित्त वर्ष के अंत तक तैयार हो जाने की उम्मीद है. इस सिस्टम के तैयार होने के बाद कई तरह की दिक्कतें खत्म हो जायेंगी.
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