पटना: पत्नी अंजना उर्फ अंजू जॉन का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके परिजनों ने भागलपुर में कर दिया. वहीं, पति यूजीन जॉन उर्फ रंजन जॉन का अंतिम संस्कार पटना में किया गया. दोनों के परिजनों के बीच खटास इस कदर थी कि दोनों का अंतिम संस्कार अलग-अलग किया गया. अंजू का मायके भागलपुर के मेदरवां थाने के बरगडिया गांव में है.
अंजू के भाई शिशु घोष ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद वह अंजू का शव लेकर भागलपुर चले आये. यहां ईसाई धर्म के अनुसार शव को दफना दिया गया. इसके बाद प्रार्थनासभा भी हुई. रंजन का शव भी पटना में ईसाई धर्म के अनुसार शव को कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया. इनके दोनों बच्चे हिमांशु जॉन व प्रियांशु मामा शिशु घोष के पास ही हैं. दोनों फिलहाल अपनी मां के परिजनों के साथ ही रहना चाहते हैं.
सिर पर प्रहार कर की थी हत्या
दीघा थानाध्यक्ष पीके झा ने बताया कि अंजू व रंजन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को मिल गयी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि अंजू की हत्या भारी हथियार से सिर पर प्रहार कर की गयी है. वहीं रंजन की गला कटने व कलाई की नस कटने से मौत होना बताया गया है.
पुलिस ने रंजन के खिलाफ हत्या व आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया है. जिस सिलाई रेंच से अंजू की हत्या की गयी थी व जिस चाकू से रंजन ने आत्महत्या कर ली थी, उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. रंजन के कमरे से एक शर्ट भी मिली है, जिसकी जांच की गयी, तो उस पर अंजू के खून के छींटे मिले हैं. इससे भी पुष्टि होती है कि अंजू की हत्या रंजन ने ही की है.
कोतवाली एएसपी विवेकानंद का कहना है कि साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने फिलहाल इस मामले को सुलझा लिया है. रंजन शनिवार की रात ही अंजू की हत्या कर दी थी, जबकि उसने खुद रविवार की सुबह में आत्महत्या की. इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी होती है. शिशु ने आरोप लगाया था कि दोनों की हत्या नूरीन के दत्तक पुत्र तरुण ने की है. फिलहाल तरुण से पुलिस ने पूछताछ नहीं की है.