जहानाबाद : पापा क्या मैं आपके वंश की नहीं हूं? आज बेटियां क्या बेटों से कम है. बेटियां मां-बाप का भरण-पोषण भी कर रही है और मौत के बाद मुखाग्नि भी दे रही है तो फिर क्यों आपने बेटे की चाहत में मेरी मां को छोड़ कर मुझसे भी कम उम्र की लड़की से शादी रचायी.
यह उद्गार पटना जिले के सिगोड़ी थाना क्षेत्र के चंढ़ोस मठिया निवासी 15 वर्षीय स्वाति के मुंह से निकल रहे थे. महिला थानाध्यक्ष प्रीति के समक्ष अपने पिता से यह सबाल पूछ रही थी. स्वाति के पिता मुकुल बिहारी ने अपने पिता के दबाव में आकर परसबिगहा थाना क्षेत्र के मेदनीचक निवासी आठवीं कक्षा की छात्र के साथ बीते माह 11 मई को शादी रचा ली.
जैसे ही इस बात की जानकारी उसकी पत्नी मधेपुरा स्थित एक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका पूनम को मिली तभी वह अपनी बेटी के साथ महिला थाना अपने पति की शिकायत को लेकर पहुंच गयी. पूनम का कहना था कि अगर उसके पति उन्हें विश्वास में लेकर शादी के योग्य उम्र वाली लड़की से शादी रचाते तो शायद वह और उसकी बेटी यह त्याग करने को तैयार हो सकती थी.
उसके पति एवं ससुर द्वारा जो कुछ किया गया यह सरासर अन्याय है. पूनम के पति का कहना था कि अब तो उससे यह गलती हो चुकी है और अपनी दोनों पत्नी को साथ रखने को वह तैयार हैं. पूनम ने अपने पति को 11 जून तक का समय दिया है कि महिला थाने में आकर इस समस्या का सम्मानजनक हल निकाले.
महिला थानाध्यक्ष ने बताया कि पूनम के द्वारा लिखित रूप से अपने पति को समय दिये जाने के कारण निर्धारित तिथि को मामले की काउंसेलिंग करायी जायेगी.