खरसावां : जूपिटर सीमेंट कंपनी के रैयतों की बैठक रविवार को ग्राम प्रधान दिलीप पति की अध्यक्षता हांसदा मौजा स्थित प्लांट साइट में संपन्न हुई. बैठक में मुख्य रूप से प्लांट का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर रैयतों ने नाराजगी व्यक्त की तथा कंपनी प्रबंधन से जल्द से जल्द प्लांट का निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की.
क्या है मामला
जूपिटर कंपनी प्रबंधन ने प्लांट स्थापना के लिए रैयतों से वर्ष 2008 में भूमि अधिग्रहण किया था.
साथ ही भूमि अधिग्रहण के वक्त कंपनी प्रबंधन ने रैयतों के साथ लिखित समझौता कर वायदों को पूरा करने और नौकरी की व्यवस्था करने की बात कही थी. इस दौरान करीब 109 एकड़ जमीन का अधिग्रहण भी किया गया, परंतु अब तक कार्य शुरू नहीं किया गया है.
प्लांट का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से रैयतों को न तो प्लांट में नौकरी मिली और न ही कंपनी को दिये गये जमीन पर वे पूर्व की तरह खेती ही कर पा रहे है. ऐसे में रैयतों को कहीं से भी रोजगार नहीं मिल रहा है और वे भुखमरी के कगार पर पहुंच गये है.
ये हैं रैयतों की मांग रैयतों ने बताया कि पिछले एक साल से कंपनी प्रबंधन ने रैयतों से कोई संवाद नहीं किया है.
प्लांट निर्माण की प्रक्रिया के संबंध में रैयतों को कोई जानकारी नहीं दी जा रही है. रैयतों ने कहा कि प्लांट में नौकरी मिलेगी और क्षेत्र का विकास होगा, यह सोच कर जमीन दिया था, परंतु पांच वर्ष बाद भी यह पूरा होता नहीं दिख रहा है. प्लांट निर्माण के लिए रैयत अब चरणबद्ध आंदोलन करेंगे.
ये लोग शामिल हुए
बैठक में मुख्य रूप से सुधीर चंद्र दाश, बासुदेव पाल, श्रवण माझी, मंगल बेसरा, घासी महाली, मुरलीधर पति, राजेश पति, गंगाधर महतो, मनसुख महतो, अगनु महतो, जोलहा माझी, मीटू महाली, नव कुमार पति, सुबोध पति, देवेंद्र महाली, मानकी सांडील प्रमुख रुप से शामिल है.