कोलकाता: कोलकाता पुलिस के गुप्तचर विभाग की टीम ने छापेमारी कर झारखंड के तीन युवकों को महानगर से गिरफ्तार किया है. आरोपियों के नाम मुकेश मंडल (23), अजय कुमार (20) और दिजेंद्र साव (23) हैं. तीनों झारखंड के धनबाद व झरिया के रहनेवाले हैं. इनके पास से पुलिस को 50 से ज्यादा एटीएम कार्ड व दो लाख 67 हजार रुपये नगदी रुपये हाथ लगे है. तीनों को सेंट्रल कोलकाता के एनएसरोड इलाके से दबोचा गया. अदालत में पेश करने पर तीनों को 13 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
कैसे चलाते थे गोरख धंधा
डीसी डीडी (स्पेशल) संतोष पांडे ने बताया कि तीनों झारखंड से तीन महीने पहले डानकुनी में एक लॉज में आकर ठहरे थे. यहां वे कई तरह से अपना गोरखधंधा चला रहे थे. गिरफ्तार युवकों में कुछ खुद को बैंक अधिकारी बताकर फोन करते थे. इस दौरान ग्राहकों से पुराने एटीएम कार्ड को बदलने के नाम पर उनके कार्ड हासिल कर लेते थे.
बातों हीं बातों में ये ग्राहकों को नया पिन नंबर देने के नाम पर एटीएम कार्ड के साथ उनका पिन नंबर भी ले लेते थे. इस तरह से इनके पास कई कार्ड जमा हो गये थे. बाद में ये कार्ड से वे एटीएम में जाकर रुपये निकाल लेते थे. कुछ युवक महानगर व झारखंड में कई लोगों के मोबाइल व इमेल में मैसेज भेजते थे.
इसमें वे विभिन्न लोगों को ऑनलाइन लॉटरी के जरिये लाखों डॉलर व सैकड़ो पाउंड के विजेता बताते थे. संक्षिप्त शब्दों में अपने संदेश में ये लोगों से कहते थे. एक विदेशी कंपनी के लकी ड्रा में आपका मोबाइल नंबर/ आपका इमेल ने लाखों रुपये का डॉलर/ पाउंड जीत लिया है. लिहाजा अपना बैंक अकाउंट नंबर, पोस्टल पता, मोबाइल नंबर मैसेज में दिये गये पते पर भेजने की कृपा करें. सैकड़ों लोगों को भेजे गये मैसेज को पाकर जिन्होंने भी इनसे संपर्क किया उन्हें ये अपना बैंक अकाउंट नंबर देकर प्रोसेसिंग चार्ज के रूप में पहले हजारों फिर लाखों रुपये की मांग करते थे. इनकी बातों में आनेवाले लोगों द्वारा भेजे गये रुपये से तीनों ऐश करते थे.
कैसे हुई गिरफ्तारी
पुलिस के मुताबिक एनएस रोड इलाके में गुरुवार की रात तीनों को संदिग्ध रूप से घूमते देखा गया. संदेह के आधार पर तीनों से पूछताछ की गयी. सही जवाब नहीं मिलने पर इनकी तलाशी ली गयी. जिस दौरान इनके पास से 50 से ज्यादा एटीएम कार्ड और 2.67 लाख नगदी रुपये मिले हैं. तीनों ने बताया कि इस गिरोह का मुख्य शातिर डानकुनी के एक लॉज में उनके साथ रहता है. गुरुवार की रात को ये तीनों महानगर के एटीएम से रुपये निकालने हीं पहुंचे थे.
इनसे पूछताछ के बाद डानकुनी के उस लॉज में छापेमारी की गयी, लेकिन शातिर वहां से फरार हो गया. उसकी तलाश जारी है. श्री पांडे ने बताया कि इनके पास से जितने भी कार्ड मिले हैं, बैंक की मदद से उन कार्ड धारकों को बुलाया गया है. जिसके बाद ही पूरे मामले का खुलासा होगा.
कैसे बरतें सतर्कता
अधिकारियों का कहना है कि किसी भी ग्राहकों को बैंक की तरफ से फोन करने का नाम लेकर एटीएम व क्रेडिट कार्ड संबंधित कोई भी जानकारी मांगा जाय तो वे इस संबंध में कोई भी जानकारी फोन पर उन्हें ना दें. खुद बैंक जाकर सारी जानकारी बैंक से हासिल करे या बैंक को दें. कोई भी अनजान व्यक्ति आपके घर आकर आपके एटीएम कार्ड को पुराना कहकर उसे बदलने की बात करे तो उनकी बातों में ना आएं. जरूरत पड़ने पर बैंक के लैंड लाइन नंबर या नजदीकी पुलिस स्टेशन को इसकी जानकारी दें.