अहमदाबाद : गुजरात की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर कुर्सी प्रेम की राजनीति शुरु करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि इसके विपरीत उनकी सरकार किसानों के कल्याण के लिए काम कर रही है.
मोदी ने दाहोद जिले के लिमखेड़ा में किसानों की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस ने ऐसी राजनीति शुरु की जिसमें उनकी दिलचस्पी कुर्सी में थी, न कि किसानों के कल्याण में. कांग्रेस ने कुर्सी भक्ति की जबकि हम कृषि भक्ति में शामिल हैं.’’कांग्रेस सरकारों के कामकाज पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि जब किसानों को पालने के लिए मुर्गे दिए गए तो उनका मांस अधिकारी खा गए.
मोदी ने कहा, ‘‘यही है जो उन लोगों ने किया. हम बदलाव लाए. हम ट्रैक्टरों और मशीनों के लिए कर्ज देना चाहते हैं. हम कर्ज देना चाहते हैं ताकि आदिवासियों के बच्चे विदेश जा सकें और पढ़ सकें.’’ उन्होंने गुजरात में पानी की समस्या के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा, ‘‘अगर पहले की सरकारों ने पानी की स्थिति पर काम किया होता तो हमारे किसान खुशहाल होते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.’’मोदी के अनुसार उनकी सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों के पानी से जुड़े मुद्दों के लिए 3400 करोड़ रुपये दिए.
मोदी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार पिछले नौ वर्षों में खाद उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए एक किलोग्राम भी जोड़ने में विफल रही.गुजरात के छोटे और मझोले किसानों को पिछले एक दशक में कृषि में क्रांति लाने का श्रेय देते हुए मोदी ने कहा, ‘‘95 फीसदी हमारे किसान छोटे या मझोले किसान हैं. हमारे यहां बड़े जमींदार नहीं हैं. गुजरात में यह कृषि क्रांति हमारे छोटे किसानों के कारण है.’’उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उनकी सरकार ने वनबंधु कल्याण योजना :आदिवासियों के कल्याण: के लिए बजट 15 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 40 हजार करोड़ रुपये कर दिया है.