रांची: पीएलएफआइ के साथ संबंधों को लेकर गिरफ्तार रामपोदो महतो शुरू से आपराधिक प्रवृत्ति का रहा है. खास कर गत 15 वर्षो के दौरान इसने कमाई के कई अवैध तरीके अपनाये थे. दो शादी करने वाला रामपोदो वर्ष 1997-98 में चुटिया के मुकचुंद टोली में रहा करता था. तब पत्थलकुदवा के एक टिंबर वाले के लिए यह एजेंट का काम करता था. जंगल की लकड़ी लदे वाहन को टिंबर तक पहुंचाना रामपोदो का काम था. वह थाना, पुलिस मैनेज करता था. उसकी दोनों पत्नी फिलहाल एक ही साथ हेसल में रहती है.
करीब पांच साल पहले तक रामपोदो गंगाघाट व हेसलबेड़ा इलाके से रेलवे का लोहा चुराने तथा जरगा-पइका इलाके के जंगलों से लकड़ी की अवैध कटाई के लिए भी बदनाम था.
लोवाडीह के एक डॉक्टर की पत्नी के साथ रामपोदो का अवैध संबंध उजागर हुआ था. बाद में डॉक्टर की हत्या हो गयी. उनका स्कूटर हेसल इलाके से मिला था. इस मामले में रामपोदो जेल भी गया था. इन दिनों उस पर नेता बनने का भूत सवार था. एक-एक कर कई राजनीतिक दल का कार्यकर्ता बनने वाला रामपोदो इन दिनों आजसू से जुड़ा था. हेसल का पंचायत समिति सदस्य रामपोदो की निकटता एक जिप सदस्य से भी बढ़ रही थी. गत वर्ष एक मई को टाटीसिलवे के इइएफ मैदान में उसने मजूदर दिवस का भी आयोजन किया था.