भागलपुर: गुरुवार देर रात को आंधी के बाद शहर को 60 मेगावाट बिजली मिली, लेकिन जगह-जगह तार टूट कर गिरने व जंफर कटने से 10 मेगावाट भी बिजली की खपत नहीं हो सकी है. इससे पहले शहर को 25 से 35 मेगावाट ही बिजली मिल सकी थी. कुल मिला कर सुबह से लेकर पूरी रात बिजली संकट के कारण लोगों के बीच हाहाकार मचा रहा.
जानकारी के अनुसार सबौर ग्रिड से अलीगंज विद्युत उपकेंद्र को जाने वाली आपूर्ति लाइन (33,000 वोल्ट) भागलपुर-2 का तार टूट कर गिर गया. हबीबपुर, विक्रमशिला व कजरैली फीडर को जाने वाली 11,000 वोल्ट का भी तार टूटने से आपूर्ति लाइन ब्रेक डाउन गया. सबौर ग्रिड से सबौर विद्युत उपकेंद्र को भी जाने वाली आपूर्ति लाइन ब्रेक डाउन हो गयी. बताया जाता है कि 33,000 वोल्ट का तार टूट कर गिर गया है.
इधर, सबौर ग्रिड से बरारी जाने वाली आपूर्ति लाइन (33,000 वोल्ट का तार) तो चालू किया गया. लेकिन 11,000 वोल्ट का तार टूटने से बरारी समेत मायागंज व सेंट्रल जेल विद्युत उपकेंद्र की बिजली आपूर्ति बाधित हो गयी. सिविल सजर्न विद्युत उपकेंद्र तक बिजली पहुंची, लेकिन जंफर कटने के कारण भीखनपुर व घंटा घर फीडर लोड नहीं ले पा रहा था. बिजली की मांग को लेकर उपभोक्ताओं की ओर से इंजीनियरों को फोन किया गया. लेकिन कॉल रिसीव नहीं किये. सबौर ग्रिड के ऑपरेटरों ने भी कॉल रिसीव नहीं किया. इलेक्ट्रिक सुपरिटेंडेंट इंजीनियर को कॉल कर रात में जगाया गया, लेकिन उन्होंने भी लाचारी व्यक्त की.