आसनसोल: आसनसोल उत्तर थाना अंतर्गत पुराना स्टेशन स्थित मिर्जा गालिब फ्री प्राइमरी स्कूल के दो शिक्षकों मोहम्मद नसीम अख्तर और परवेज अंसारी पर स्थानीय दो लड़कियों के साथ छेड़खानी करने की सूचना मिलने के बाद बुधवार की सुबह नागरिकों ने उन शिक्षकों की पिटाई कर दी. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची. सहायक पुलिस आयुक्त (सेंट्रल) अजय प्रसाद ने बताया कि स्थानीय थाना में घटना को लेकर दोनों पक्षों ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. मामलों की जांच की जा रही है. किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
स्थानीय नागरिकों के अनुसार मंगलवार को स्कूल के दो शिक्षकों ने स्थानीय एक महिला के साथ बातचीत की. महिला के जाने के बाद वे उनके घर गये. उनलोगों ने घर में मौजूद किशोरी को चाय पिलाने को कहा. घर में दूध न होने पर वह अपने पड़ोसी के घर गयी. पड़ोसी महिला को घर में दो शिक्षक आने की बात कह कर दूध मांगते हुए साथ में घर चलने के लिए कहा. लेकिन उस महिला ने अपनी बेटी को उसके साथ भेज दिया. घर में सभी चाय बनाने लगी. इस दौरान शिक्षकों ने उनलोगों से मोबाइल नंबर मांगा.
लेकिन दोनों लड़कियों ने अपने पास मोबाइल न होने की बात कही. इसी बीच शिक्षकों ने किशोरियों के साथ छेड़खानी की. इसके बाद वे चले गये. दोपहर को काम से घर लौटने पर पिता को उक्त किशोरी ने घटना की जानकारी दी. धीरे- धीरे यह जानकारी आसपास के नागरिकों को मिली. बुधवार की सुबह स्कूल खुलने पर वे दोनों शिक्षक स्कूल पहुंचे. इसके कुछ देर स्थानीय नागरिक लाठी, डंडा के साथ स्कूल पहुंच कर उन शिक्षकों की जम कर पिटाई कर दी. प्रधान शिक्षक हैदर अंसारी ने बीच- बचाव का प्रयास किया, लेकिन स्थानीय नागरिकों को रोक नहीं पाये. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने स्थिति नियंत्रित की.
सहायक पुलिस आयुक्त (सेंट्रल) अजय प्रसाद ने बताया कि इस मामले में दो पक्षों की ओर से स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पहला प्राथमिकी पीड़ित पक्ष से दोनों शिक्षकों मोहम्मद नसीम अख्तर और परवेज अंसारी के खिलाफ छेड़खानी का आरोप लगाते हुये दर्ज की गयी है. घायल शिक्षकों का आसनसोल जिला अस्पताल में इलाज कराया गया. श्री अख्तर अख्तर ओके रोड (रेलपार) तथा श्री अंसारी मक्कू मोहल्ला (रेलपार) के निवासी हैं. दूसरी प्राथमिकी स्कूल के प्रधान शिक्षक श्री अंसारी ने दर्ज करायी है. उसमें स्थानीय निवासियों पर दोनों शिक्षकों के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया है. दोनों मामलों की जांच की जा रही है. कानूनसंगत कार्रवाई की जायेगी. किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है.
मामले की गंभीरता को देखते हुये दोनों पक्षों के बीच सहमति बनाने के प्रयास जारी हैं. हाला ंकि पुलिस के वरीय अधिकारियों का तर्क है कि प्राथमिकी दर्ज होने पर दोनों पक्षों के बीच सहमति होने के बाद भी थाने से मामले को वापस नहीं लिया जा सकता है.