पटना: विश्वविद्यालय व कॉलेज के शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों की पूरी विवरणी वेबसाइट पर भी उपलब्ध होगी.वेतन सत्यापन कोषांग में आवेदन देने के बाद कर्मियों को एक प्राप्ति संख्या दी जायेगी. इस संख्या की जानकारी कर्मी के मोबाइल पर अथवा इ-मेल पर भेज दी जायेगी. सत्यापन कोषांग द्वारा आवेदन का निष्पादन किये जाने के बाद उनकी सेवा इतिहास व वेतन निर्धारण की राशि शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध कर दी जायेगी.
प्राप्ति संख्या के आधार पर कर्मी सत्यापन पुरजा वेबसाइट पर प्राप्त कर सकते हैं. इस पुरजा पर पूरी विवरणी होगी. वेतन सत्यापन का कार्य कंप्यूटराइज प्रोग्राम (सॉफ्टवेयर) के माध्यम से किया जा रहा है. सत्यापन के दौरान कर्मियों का सेवा इतिहास सॉफ्टवेयर में दर्ज होगा.
हर कर्मी के लिए अनिवार्य
वेतन सत्यापन कोषांग में आवेदन देना सभी विवि कर्मी के लिए आवश्यक है. वर्तमान में सिर्फ शिक्षकों के वेतन निर्धारण का सत्यापन किया जा रहा है. इसके बाद शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन निर्धारण का सत्यापन होगा. आवेदन के लिए फॉर्म की प्रति वेबसाइट पर भी उपलब्ध करा दी गयी है. वर्तमान में विवि-कॉलेज कर्मियों के वेतन भुगतान पर किसी प्रकार की रोक नहीं है. वेतन सत्यापन का कार्य पूरा हो जाने के बाद वेतन सत्यापन पुरजा के आधार पर ही वेतन का भुगतान अनिवार्य कर दिया जायेगा.
कितने कर्मी होंगे प्रभावित
वर्तमान में विवि-कॉलेज शिक्षकों की संख्या 6000 व शिक्षकेतर कर्मचारियों की संख्या 25 हजार के करीब हैं.