आरा : जिला प्रशासन ने संभावित सुखाड़ की स्थिति से निबटने और आकस्मिक योजना बनाने की कवायद शुरू की है. इस बाबत अपर समाहर्ता विजय प्रताप सिंह ने सभी अंचलाधिकारियों को एक पत्र भेज कर संभावित सुखाड़ की स्थिति के मद्देनजर आकस्मिक योजना तैयार कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है.
पत्र में अपर समाहर्ता ने कहा है कि सुखाड़ की स्थिति में भू गर्भीय जल स्नेत पर निर्भरता बढ़ जायेगी. ऐसे में किसानों को अधिक -से- अधिक सिंचाई, मनुष्यों एवं पशुओं को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सभी चालू राजकीय नलकूपों को क्रियाशील किया जाना आवश्यक होगा.
डीएम ने सीओ को भेजे अपने पत्र में पेयजल संकट को लेकर पहचान करने एवं इसकी पूर्व तैयारी शीघ्र प्रारंभ कर लेने को भी कहा है. साथ ही इसको लेकर आकस्मिक योजना तैयार करने का निर्देश दिया है.
इस क्रम में पेयजल संकट से प्रभावित होने वाले संभावित ग्रामों/टोलो को चिह्न्ति एवं टोलों की जनसंख्या तथा इनमें उपलब्ध जल स्नेतों का मानचित्र तैयार करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने पारंपरिक जल स्नेतों की पहचान एवं आवश्यकतानुसार उनकी सफाई करने को कहा गया है.