* सब पढ़े, सब बढ़े के दावों को मुंह चिढ़ा रहा स्कूल
वारिसलीगंज : शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन को लेकर सरकार पूरी तरह दृढ़ संकल्पित होने का दावा करती है.
आये दिन इसकी बेहतरी के लिए नये-नये कार्यक्रम भी बनाये जा रहे है. लेकिन, इन दावों से विपरीत प्रखंड के दोसुत पंचायत के नव सृजित प्राथमिक विद्यालय, बेगराजपुर की छात्र-छात्राएं खुले आसमान में पढ़ने को विवश हैं.
विद्यालय को अपना भवन नहीं होने के कारण इस इस चिलचिलाती गरमी में भी पेड़ों के छांव में पढ़ाया जा रहा है. शिक्षा विभाग से दी जा रही सभी सुविधाएं विद्यालय में उपलब्ध है, परंतु भवन के अभाव में किसी भी सुविधा का लाभ बच्चों को नहीं मिल रहा है.
* रसोइये के यहां रहता है सामान
भवन नहीं होने से रसोइया मालती देवी के यहां मध्याह्न् भोजन की सामग्री व स्कूल के दस्तावेज व अन्य सामग्री रखा जाता है. या यूं कहें कि रसोइया के घर ही विद्यालय का कार्यालय बना है.
* 2007 में खुला स्कूल
निर्माण के छह साल बीतने के बाद भी विद्यालय को अपना भवन नसीब नहीं हुआ है.
तपिश भरी गरमी हो या कड़ाके की ठंड या फिर मूसलधार बारिश, सभी मौसम में बच्चे खुले आसमान के नीचे पढ़ने को विवश हैं.