हजारीबाग : भारतीय जीवन बीमा निगम के नये वरिष्ठ मंडल प्रबंधक सुरेश चंद्र जोशी ने प्रभार लिया. पूर्व वरिष्ठ मंडल प्रबंधक राजेंद्र हरिजन का स्थानांतरण पटना सेक्रेटरी मार्केटिंग जोनल आफिस में हुआ है. वरिष्ठ मंडल प्रबंधक सुरेश चंद्र जोशी ने कहा कि झारखंड खनिज संपदा वाला राज्य है.
हजारीबाग झारखंड का महत्वपूर्ण जिला है. ओल्ड मिशनरी द्वारा कई शैक्षणिक संस्थान यहां हैं. एलआइसी के क्षेत्र में हजारीबाग डिवीजन का नाम राष्ट्रीय मानचित्र पर हमेशा आता रहा है. इन्हीं सारी बातों को लेकर बरेली उत्तर प्रदेश एलआइसी डिवीजन ऑफिस से हजारीबाग आया हूं. उन्होंने बताया कि हजारीबाग के लोग इंश्यूरेंस के प्रति काफी सकारात्मक सोच रखते हैं. तभी एलआइसी को बीमा के क्षेत्र में काफी उपलब्धियां हासिल हुई हैं.
वरिष्ठ मंडल प्रबंधक ने बताया कि युवा अभिकर्ता बेहतर उपलब्धि हासिल करें.एलआइसी की ओर से बेहतर सुविधाएं उन्हें उपलब्ध करायी जा रही हैं. लोगों की आमदनी के मुकाबले महंगाई बढ़ी है. एलआइसी बीमा जिसके दायरे में परिवार की सुरक्षा और भविष्य की जरूरतें पूरा हों ऐसी बीमा अधिक बेचने पर हमारा ध्यान होगा.
उन्होंने कहा कि एलआइसी के अधिकारी, कर्मचारी को भी प्रोन्नति, हाउसिंग लोन व अन्य सुविधाएं सभी जगह मुहैया करायी जा रही है. इसलिए पूरी टीम बीमा के क्षेत्र में लक्ष्य पूरा करने का काम करें.
हजारीबाग डिवीजन पूरे देश में दूसरे नंबर पर पालिसी बेचने में रहा है : राजेंद्र हरिजन : वरिष्ठ मंडल प्रबंधक राजेंद्र हरिजन का कार्यकाल उपलब्धि भरा रहा. 28 अप्रैल 2011 से 11 मई 2013 के बीच कई कीर्तिमान स्थापित किया है. पूरे देश में वर्ष 2012-13 में एलआइसी के 113 मंडल कार्यालय में से 11 मंडल कार्यालय ने बीमा के लक्ष्य को पूरा किया. हजारीबाग मंडल कार्यालय पूरे देश में दूसरे नंबर पर रहा.
जिस मंडल ने बजट के अनुसार पॉलिसी बेचने में सफलता हासिल की. यह उपलब्धि मंडल कार्यालय बनने (1991) के बाद पहली बार मिली है.राजेंद्र हरिजन ने बताया कि अपने कार्यकाल में माइक्रो बीमा एक लाख से ज्यादा बेचने का कीर्तिमान भी स्थापित किया हूं. मृत्यु दावा एवं अन्य भुगतान का भी निपटारा हुआ है. उन्होंने बताया कि हजारीबाग मंडल के सात जिला के अधिकारी, कर्मचारी,अभिकर्ता और जिला प्रशासन का जो सहयोग मिला है उसी से यह उपलब्धि हासिल हुई है.
* एलआइसी के क्षेत्र में हजारीबाग डिवीजन का नाम राष्ट्रीय मानचित्र पर
* लक्ष्य को पूरा करने में हजारीबाग मंडल कार्यालय पूरे देश में दूसरे नंबर पर रहा