गया: क्रांतिकारी विचार मंच के बैनर तले नसीरना कोठी में गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर की 150वीं जयंती के अवसर पर विचार गोष्ठी आयोजित की गयी.
अध्यक्षता ठाकुर मुरारी सिंह व संचालन भरत चंद्रवंशी ने किया. वक्ताओं ने कहा कि साहित्य के क्षेत्र में गुरुजी पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे, जिनकी कवि, कहानीकार, गीतकार, नाटककार, निबंधकार व चित्रकार के रूप में पहचान है. शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उन्होंने शांति निकेतन की स्थापना की थी, जो आगे चल कर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्व भारती विश्वविद्यालय बन गया.
इस मौके पर मो अताउल्लाह खान, राम लखन स्वर्णकार, कृष्णा चौधरी, इकबाल सआदत हुसैन, विजय कुमार सिंह, सतीश कुमार सिंह आदि मौजूद थे.