नए मोबाइल ऐप के अगले दो से तीन महीने में काम शुरू करने की उम्मीद की जा रही है. राजधानी में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम का हब (ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर) संभालने वाली कंपनी दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल ट्रांजिट सिस्टम लिमिटेड (डिम्ट्स) ने ऐप बनाने पर काम शुरू कर दिया है.
अभी इसे एंड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके बाद इसे विंडोज, ब्लैकबेरी और आइओएस के लिए भी तैयार किया जाएगा.
मोबाइल ऐप विशेषज्ञ बताते हैं कि ऑटो में जीपीएस और इलेक्ट्रॉनिंग मीटर लगे हैं. जीपीएस से दूरी पता चलेगी जबकि मीटर से किराया पता चलेगा. जीपीएस से जोड़कर ऐप्स पर सुविधा दी जा सकती है.
इस सुविधा को यूज करने के लिए आपको ऐप डाउनलोड करना होगा. उसमें कहां से कहां जाना है या जिस ऑटो रिक्शा में बैठे हैं, उसका नंबर डालें. उसके बाद सारी सूचना मुफ्त में मिलेगी.
गूगल प्ले पर इस तरह के और भी ऐप्लीकेशन मौजूद हैं, जिन्हें आप अपने फोन में इंस्टॉल करके दूरी और किराये के बारे में जानकारी ले सकते हैं. ऐसे ही कुछ ऐप के बारे में जानकारी निम्नलिखित है.
टुक-टुक मीटर 2
‘टुक-टुक मीटर 2’ मोबाइल ऐप में भारत के लिए जीपीएस आधारित ऑटो किराये का कैलकुलेटर है. इस ऐप्लीकेशन ने लोगों के ऑटो सफर को आरामदायक और सस्ता बनाया है. इसमें भी दूरी और किराये से संबंधित जानकारी आसानी से मिल जाती है. ऐप को गूगल प्ले से डाउनलोड किया जा सकता हैं.
मीटर अप
एक और ऐप मीटर अप में भारतीय शहरों बंगलूरू, हैदराबाद, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई, पुणे, त्रिवेंद्रम, नागपुर, अहमदाबाद, जयपुर, मैसूर, सूरत, इंदौर, पाण्डिचेरी और सतारा आदि के मार्गो व ऑटो किराये के बारे में जानकारी दी गई है. इसे भी यूजर गूगल प्ले से डाउनलोड कर सकता है.
ऑटो फेयर मीटर
जैसा कि इस ऐप के नाम से ही पता चल रहा है यह ऐप भी ऑटो किराये को बताने का काम करता है.