किशनगंज : बंगाल से पंजीकृत नन बैंकिंग कंपनी सारधा ग्र्रुप द्वारा किशनगंज जिले में अपना शाखा खोलकर छोटे और आम जमाकर्ताओं को लाखों का चूना लगा चुकने के मामले के बाद किशनगंज पुलिस ने ऐसे नॉन-बैकिंग कंपनियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
वहीं घबरा कर अन्य नन बैंकिंग कंपनियों के कर्मचारी कार्यालय में ताला जड़ भाग खड़े हुए है और दूसरी ओर कई कंपनियां इश्तेहार जारी कर सफाई पेश करने में लगी है. पुलिस की माने तो जिले में अधिकांश नॉन बैंकिंग कंपनियां काली कमाई में लिप्त रही है. कंपनियों द्वारा निवेशकों को गुमराह कर पैसा उगाही की जा रही है.
सेबी और आरबाआई जैसी संस्थानों द्वारा ऐसे कंपनियों को अवैध बताने के बाद निवेशकों में अफरा-तफरी मच गयी है.
सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दे दिया गया है कि संबंधित क्षेत्र में व्यवसाय कर रही नन बैंकिंग कंपनियां विधिवत आरबीआई द्वारा संचालित है या नहीं. यदि आरबीआई द्वारा अनुमति प्राप्त नहीं है तो वैसे कंपनियों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है.
मनोज कुमार, पुलिस अधीक्षक