नयी दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को एहतियातन हिरासत में लेने के बाद शुक्रवार को सुबह विमान से श्रीनगर भेज दिया.
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता मलिक संसद भवन पर हमले के दोषी अफजल गुरु का शव उसके परिवार को सौंपने और अपनी अन्य मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए यहां जंतर-मंतर पर 48 घंटे की भूख हड़ताल शुरू करने करने वाले थे लेकिन पुलिस ने उन्हें इसकी इजाजत देने से इनकार कर दिया था. मलिक को गुरुवार रात एहतियातन हिरासत में लिया गया था. सूत्रों ने कहा, ‘ मलिक को स्पाइसजेट की उड़ान से श्रीनगर भेजा गया.’ सुरक्षा एजेंसियों ने गृह मंत्रलय को सौंपी गयी एक रिपोर्ट में कहा था कि मलिक को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति देने से कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है जिसके बाद यह निर्णय लिया गया. सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि मलिक पूर्व में ‘राष्ट्र विरोधी’ गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं. मलिक ने गुरु को फांसी दिये जाने पर विरोध प्रदर्शन के दौरान लश्कर-ए- तैयबा के संस्थापक और भारत के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल हाफिज सईद के साथ इसलामाबाद में मंच साझा किया था.