रांची: सीमा राय के साथ संबंधों को लेकर सुर्खियों में आये भाजपा नेता व पूर्व शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम पार्टी द्वारा निलंबन की कार्रवाई से गुस्से में हैं. मंगलवार को दिल्ली से रांची पहुंचे बैद्यनाथ राम ने मोरचा खोल दिया है. प्रभात खबर से विशेष बातचीत में उन्होंने प्रदेश भाजपा के कामकाज और नेतृत्व पर ही सवाल खड़ा कर दिया. बैद्यनाथ राम ने कहा : पार्टी ने हमारा पक्ष नहीं सुना और निलंबित कर दिया. यह निलंबन भी क्यों, पार्टी सीधे निष्कासित कर देती.
हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप जिन पर लगे, उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. एक महिला ने सत्यानंद झा बाटुल के खिलाफ सड़क पर चिल्ला-चिल्ला कर गुहार लगायी, राजभवन तक दौड़ लगायी, लेकिन बाटुल पर कार्रवाई तो दूर, पार्टी ने स्पष्टीकरण तक नहीं मांगा. मेरे आगे-पीछे कोई नहीं है. कमजोर वर्ग से आते हैं, तो कार्रवाई हो गयी. पार्टी में सवर्णो की चलती है. अध्यक्ष ब्राह्नाण थे, बाटुल ब्राrाण थे, इसलिए बचा लिया गया. बैद्यनाथ राम ने कहा : दूसरे दलों में रह कर पार्टी के खिलाफ आग उगलनेवाले महत्वपूर्ण पदों पर हैं. यही संस्कार पार्टी में बच गया है. यह पूछने पर कि कौन लोग महत्वपूर्ण पद पर हैं, बैद्यनाथ राम ने कहा कि खुद अध्यक्ष हैं. बाबूलाल के साथ गये.
पार्टी द्वारा पूछे गये स्पष्टीकरण का पत्र दिखाते हुए बैद्यनाथ राम ने कहा कि बालमुकुंद सहाय को चार लाइन का पत्र लिखना नहीं आता. पार्टी चला रहे हैं. पार्टी के अंदर किसने क्या किया है, समय आने पर प्रमाण के साथ सबकी पोल खोलेंगे. पूर्व मंत्री ने कहा कि टिकट की परवाह नहीं है. हम पार्टी से भीख मांगने नहीं गये थे. अपनी क्षमता से यहां तक पहुंचे हैं. आज हमारे साथ राजनीतिक षडंयत्र हो रहा है. परदे के पीछे कुछ लोग काम कर रहे हैं.