पटना: केरल की तरह पटना की सड़कों पर महिलाएं ऑटो चलाती दिखें, तो आश्चर्य मत कीजियेगा. व्यावसायिक वाहन चलाने का लाइसेंस रखनेवाली महिलाओं को गाड़ी खरीद पर रोड टैक्स में छूट देने के सरकारी प्रस्ताव के बाद ऑटो यूनियनों ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है. जिला प्रशासन की मदद से पटना जिला ऑटो रिक्शा चालक संघ बेरोजगार महिलाओं को ड्राइविंग का प्रशिक्षण देकर सड़क पर उतारेगा. ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने से लेकर लोन दिलाने तक में उनकी मदद की जायेगी.
राज्य भर में अभियान
पटना जिला ऑटो रिक्शा चालक संघ के महासचिव राजकुमार झा व सचिव नवीन कुमार मिश्र ने कहा कि कई बेरोजगार महिलाएं ऑटो परिचालन के जरिये रोजगार पाने को उत्सुक हैं, मगर उनको उचित सहयोग नहीं मिल पा रहा. राज्य भर में अभियान चला कर ऐसी महिलाओं को जोड़ा जायेगा. पटना जिला प्रशासन ने यूनियन के इस प्रस्ताव पर सहयोग देने की स्वीकृति भी दी है. उनके लिए प्रशिक्षण शिविर लगाया जायेगा. प्रशिक्षण शिविर के बाद चुनी गयी महिलाओं का लर्निग लाइसेंस बनवा कर उनको बैंकों के सहयोग से शून्य बैलेंस पर ऑटो लोन मुहैया कराने की कोशिश की जायेगी.
केरल से मिली प्रेरणा
श्री मिश्र ने बताया कि इसकी प्रेरणा केरल से मिली. केरल के कन्नूर जिले में सीटू की 14वीं कॉन्फ्रेंस के दौरान देखा कि कई महिलाएं ऑटो चला कर अपने और अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं. ऑटो पर महिला ही नहीं बल्कि कई पुरुष यात्री भी सफर करते दिखे.