जीरादेई : थाना क्षेत्र के करहनु गांव में छज्ज गिरने से दो युवकों की हुई मौत के बाद मातमी सन्नाटा पसर गया. गमगीन माहौल के बीच गांव में चल रही शादी की रस्म अदा की गयी. वहीं मृतकों के घरों से उठने वाले सिसकियां थमने का नाम नहीं ले रहे थी.
दोनों युवक अपने घरों के दुलारे थे. देर शाम तक ढांढ़स बंधाने वालों का तांता लगा रहा. करहनु गांव निवासी कृष्णा चौहान के बेटी की बरात के दौरान ऑर्केस्ट्रा देखते समय गिरे छज्जे के नीचे दबने से गांव के मुकुलेश पुत्र सुदर्शन राम व हुसैनगंज के टिकरी गांव निवासी हीरालाल पुत्र शिवपूजन चौधरी की मौत हो गयी.
इधर इनकी मौत के बाद शादी की रस्म फीकी पड़ गयी. किसी तरह से कृष्णा चौहान के परिजनों ने शादी की रस्म अदा कर बरातियों को विदा किया. बता दें कि मुकुलेश तीन भाई व तीन बहनों में दूसरे नंबर का था. बड़े भाई उपेंद्र राम विदेश में व चंदन राम दिल्ली में मजदूरी करते हैं.
मौत के बाद पिता सुदर्शन व मां शारदा देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. वह उस घड़ी को कोस रही जब वह द्वारपूजा देखने के लिए घर से निकला था. वहीं टिकरी गांव निवासी हीरालाल चौधरी के परिजन तो इस घटना के बाद बदहवाश थे. पिता शिवपूजन व मां श्रीमती ने हीरालाल को ऑर्केस्ट्रा देखने जाने से रोका भी था. लेकिन क्रूर काल को कुछ और ही मंजूर था. पलभर दो घरों की खुशियों को उसने गमजदा कर दिया. देर शाम दोनों मृतकों के घर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी रही.